प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गिरने के बाद अब अटल घाट की सीढ़ियों के साथ होगा ये
उत्तर प्रदेश के कानपुर में अटल घाट की सीढ़ियां दोबारा बनाई जाएंगी. असमान ऊंचाइयों के कारण इन सीढ़ियों पर लोगों के गिरने का डर बना रहता है. पिछले सप्ताह नमामि गंगे प्रोजेक्ट की बैठक के लिए कानपुर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन सीढ़ियों पर गिर गए थे.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर में अटल घाट की सीढ़ियां दोबारा बनाई जाएंगी. असमान ऊंचाइयों के कारण इन सीढ़ियों पर लोगों के गिरने का डर बना रहता है. पिछले सप्ताह नमामि गंगे प्रोजेक्ट की बैठक के लिए कानपुर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) इन सीढ़ियों पर गिर गए थे, लेकिन उन्हें तुरंत एसपीजी कर्मी ने संभाल लिया. खंडीय आयुक्त सुधीर एम. बोबडे ने कहा, "घाट पर सिर्फ एक सीढ़ी की ऊंचाई असमान है, जिसे तोड़कर दोबारा से अन्य सीढ़ियों के समान बनाया जाएगा. इस सीढ़ी पर कई लोग गिर चुके हैं, इसलिए इसे जल्द से जल्द बनाया जाना है."
यह सीढ़ी बोट क्लब की ओर तीसरी रैंप की नौवीं सीढ़ी है. अटल घाट प्रोजेक्ट को इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड द्वारा नमामि गंगे प्रोजेक्ट के अंतर्गत अंजाम दिया गया. हालांकि शहर में सभी घाट और शवदाह स्थल नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत केंद्र सरकार के निर्देश पर इसी निर्माण कंपनी ने बनाए हैं.
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बोबडे ने कहा, "मैं निर्माण कंपनी को जल्द से जल्द सीड़ी ठीक कराने के लिए कहूंगा और सभी सीढ़ियां समान ऊंचाई की बनवाऊंगा." इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड के प्रतिनिध तनवीर ने कहा, "आदेश मिलने पर हम अटल घाट पर इस सीढ़ी को तोड़ देंगे और उसका दोबारा निर्माण करेंगे.
अटल घाट पर जब निर्माण कार्य चल रहा था, तो वहां आरती करने आने वाले कुछ श्रद्धालुओं ने सीढ़ियों की ऊंचाई कुछ ज्यादा करने का आग्रह किया था जिससे वे इन सीड़ियों पर बैठकर पूजा कर सकें." उन्होंने आगे कहा कि चूंकि घाट पर सीढ़ियां बन चुकी हैं तो घाट के ऊपरी क्षेत्र में 30 वर्ग फीट के क्षेत्र में दो सीढ़ियों की ऊंचाई बदलने और आगंतुकों के बैठने के लिए कुछ नया स्थान बनाने का निर्णय लिया गया है.