लखनऊ , 18 जून. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पैदल चल रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए बसें चलवाने की अनुमति मांगी, लेकिन सरकार ने अपनी गरीब विरोधी मानसिकता का परिचय दिया. मजदूरों की सेवा में लगे हमारे नेताओं के उपर फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया. उन्होंने कहा कि श्रमिकों के लिए सौ बार जेल जाने को तैयार हूं. अजय कुमार लल्लू आज यहां पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा, "योगी सरकार भूल गई है कि हम अंग्रेजों से लड़ें हैं. आप जैसे तानाशाह, गरीब विरोधी और अहंकारी हमें मानवता की सेवा करने से नहीं रोक पाएंगे. मजदूरों की सेवा करने पर हमारे नेताओं पर फर्जी मुकदमें लाद दिये गए हैं. मैंने गुड़गांव में खुद मजदूरी की है। मैं श्रमिकों का दर्द समझता हूं. मैं उनके पैरों के छालों का दर्द महसूस कर सकता हूं. योगी जी कान खोलकर सुन लीजिए अपने श्रमिक भाई-बहनों के लिए सौ बार जेल जाने को तैयार हूं." यह भी पढ़ें-प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और यूपी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पर FIR दर्ज, बसों के नबंर की गलत जानकारी देने का आरोप
उन्होंने कहा, "गरीब विरोधी सरकार ने मुझे 27 दिनों तक जेल में रखा। मुझे अपने वकील तक से नहीं मिलने दिया. मुझे इस बात की परवाह नहीं है. मुझे सिर्फ इस बात की फिक्र थी कि सड़कों पर हजारों की तादाद में लोग पैदल चल रहे होंगे. उनके पांव में छाले पड़ गए होंगे. मुझे इस बात की चिंता थी लोगों तक खाना कैसे पहुंच रहा होगा। मुझे यह बात परेशान कर रही थी कि जो लोग परदेश में हैं, उनकी मदद कैसे हो रही होगी। लेकिन मेरे बहादुर साथियों ने सेवा के सत्याग्रह को रुकने नहीं दिया."
उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह पल बहुत ही भावुक कर देने वाला है कि हमारी पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के निर्देश पर पूरे प्रदेश में 1 करोड़ 15 लाख लोगों तक भोजन और राशन का बंदोबस्त किया गया। 10 लाख से अधिक लोगों की बाहर दूसरे प्रदेशों में मदद हुई है. मेरी रिहाई के लिए पार्टी ने सेवा सत्याग्रह आंदोलन किया और हर जिले में रसोईघर चलाकर जरूरतमंदों को भोजन कराया गया. प्रदेश अध्यक्ष ने शहीद हुए जवानों के परिवारों के प्रति अपनी शोक संवेदना भी प्रकट की.