योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने नाम बदलने की नवीनतम श्रृंखला में गोरखपुर के प्रसिद्ध विंध्यवासिनी पार्क (Vindhyavasini Park) का नाम बदलकर हनुमान प्रसाद पोद्दार नेशनल पार्क (Hanuman Prasad Poddar National Park) कर दिया है. हालांकि, भाजपा एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने फैसले का विरोध शुरू कर दिया है. सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इस फैसले को रद्द करने को कहा है. उन्होंने कहा, "पार्क का नाम एक स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर रखा गया था और नाम बदलना स्वतंत्रता सेनानी के योगदान का अपमान करने जैसा है."
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस कदम की आलोचना की है. एक ट्वीट में, उन्होंने कहा, "पार्क का नाम एक स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर रखा गया था और यह भाजपा का अहंकार है जो इस तरह के फैसले ले रहा है." विंध्यवासिनी पार्क का नाम एक स्वतंत्रता सेनानी विंध्यवासिनी प्रसाद वर्मा के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने चंपारण सत्याग्रह और फिर 'भारत छोड़ो' आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वे महात्मा गांधी के सहयोगी थे.
हनुमान प्रसाद पोद्दार जिनके नाम पर पार्क का नया नामकरण किया गया है, एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, साहित्यकार, पत्रिका के संपादक और समाजसेवी थे. वह प्रसिद्ध गीता प्रेस के ट्रस्टियों में से भी एक थे. भारत के गौरवशाली इतिहास और दार्शनिक परंपरा के बारे में लोगों के बीच गौरव बढ़ाने के उनके काम ने उन्हें महात्मा गांधी से प्रशंसा दिलाई. भारत सरकार ने 1992 में उनकी स्मृति में एक डाक टिकट जारी किया था. पार्क 1952 में बनवाया गया था और यह 35 एकड़ भूमि में फैला हुआ है.