त्रिपुरा के CM बिप्लब देब का फिर बेतुका बयान, कहा-बतखों के तैरने से पानी में बढ़ती है ऑक्सीजन

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, नीरमहल के आसपास बनी कृत्रिम झील रुद्र सागर में नौका दौड़ की शुरुआत के अवसर पर यह बात उन्होंने कही. बिप्लब देब ने कहा कि वह इस झील के किनारे रहने वाले मछुआरों को 50,000 बतखों के बच्चे वितरित करेंगे.

बिप्लब देब (Photo Credits: Twitter/@BjpBiplab)

नई दिल्ली: अक्सर अपने बेतुके बयान के लिए चर्चा में रहने वाले त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब एक बार फिर चर्चा में है. ताजा मामले में बिप्लब ने फिर अजीबोगरीब बयान दिया है. त्रिपुरा के सीएम ने कहा है कि वह राज्य में ग्रामीणों के बीच बतख वितरित करना चाहते हैं. क्योंकि उनका मानना है कि बतख ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देंगे. साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि बतख इसके अलावा भी कई फायदे पहुंचाते हैं. उनका कहना है कि बतख न सिर्फ पानी को रीसाइकल करते हैं बल्कि उनके तैरने से जल निकायों में ऑक्सीजन का स्तर भी बढ़ाता है.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, नीरमहल के आसपास बनी कृत्रिम झील रुद्र सागर में नौका दौड़ की शुरुआत के अवसर पर यह बात उन्होंने कही. बिप्लब देब ने कहा कि वह इस झील के किनारे रहने वाले मछुआरों को 50,000 बतखों के बच्चे वितरित करेंगे. सीएम ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए त्रिपुरा के ग्रामीणों को सफेद बतख वितरित किए जाएंगे.

वही दुसरी तरफ त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस के तापस डे ने मुख्यमंत्री के वक्तव्य की आलोचना की है. उन्होंने मुख्यमंत्री को एक गंभीर नीतिगत सुझाव, जिसमें हजारों लोगों की आजीविका के लिए काम करने की रुपरेखा हो ऐसे कमेंट किए जाने चाहिए. यह भी पढ़े-बिप्लब देव के बाद अब यूपी के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का अटपटा बयान, कहा- 'सीता जी टेस्ट ट्यूब बेबी हो सकती हैं'

त्रिपुरा जुक्तिबाद विकास मंच के मिहिर लाल रॉय ने सीएम के इस ऑक्सीजन वाले बयान को बेतुका करार दिया है. बता दें कि त्रिपुरा जुक्तिबाद विकास मंच एक ऐसी संस्था है जो 2010 से ही लोगों के अंदर वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने का काम कर रही है.

रॉय ने आगे कहा कि 'मुझे नहीं पता कि उन्होंने ऐसे आधारहीन वक्तव्य क्यों दिए. हम एक मुख्यमंत्री से बेहतर ज्ञान की उम्मीद करते हैं. यह सच है कि अगर पानी में हलचल होती है तो उससे ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है. लेकिन इस बात का कोई वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं है कि बतखों के तैरने से ये काम हो सकता है.

गौरतलब है त्रिपुरा के सीएम बनने के बाद से ही बिप्लब देव अपने बयानों की वजह से लगातार चर्चा में हैं. हाल में उन्होंने मॉब लिंचिग की वारदातों के पीछे अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र करार देते हुए कहा है कि त्रिपुरा में अब इस तरह की घटनाओं पर लगाम लग गई है. साथ ही बिप्लब देब सबसे पहले महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट होने का दावा कर सुर्खियों में आए थे.

Share Now

\