स्वामी चिन्मयानंद (Swami Chinmayanand) पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली छात्रा ने साक्ष्य के तौर पर शुक्रवार देर शाम विशेष जांच दल (SIT) को एक पेनड्राइव सौंपा जिसमें 40 से ज्यादा वीडियो हैं. पीड़िता ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री पर आरोप लगाया है कि वह सिर्फ उसका ही नहीं बल्कि एक अन्य छात्रा का भी यौन शोषण करते थे. वहीं चिन्मयानंद के अधिवक्ता ने सफाई देते हुये कहा कि मसाज/मालिश कराना कोई अपराध नहीं है.
एसआईटी ने शुक्रवार देर शाम तक पीड़ित छात्रा के साथ चिन्मयानंद के आवास पर पूछताछ की. वहां भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं. टीम ने छात्रा की मां को पूछताछ के लिए शनिवार को बुलाया है. पीड़िता ने शनिवार को पीटीआई भाषा से बातचीत में बताया कि एसआईटी जब शुक्रवार को चिन्मयानंद के शयनकक्ष की जांच करने गई थी, उस समय वह उनके साथ थी.
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चिन्मयानंद का शयनकक्ष पूरी तरह बदल दिया गया है, पूरे कमरे में नया पेंट कराने के साथ ही कमरे को नया लुक दे दिया गया है. छात्रा ने बताया कि चिन्मयानंद के कमरे से महत्वपूर्ण साक्ष्य हटा दिए गए हैं. लेकिन फॉरेंसिक टीम कमरे से मालिश का तेल रखने वाली दो कटोरियां, चिन्मयानंद का तौलिया, मंजन तथा साबुन आदि सील करके ले गई है.
टीम के सवालों के जवाब में पीड़ित छात्रा ने बताया कि चिन्मयानंद बीए एलएलबी की एक छात्रा का भी यौन शोषण कर रहे थे. उसने कहा, ‘‘छात्रा ने मुझे कई बार अपनी परेशानी बतायी थी.’’ पीड़िता के अनुसार एसआईटी ने चिन्मयानंद के शयनकक्ष की तलाशी के दौरान ही पीड़िता और उसके पिता से कहा था इस मामले से जड़े जो भी साक्ष्य उनके पास हैं, उसे वे लोग शुक्रवार रात नौ बजे तक टीम को सौंप दें.
इसपर पीड़िता ने शुक्रवार देर रात पुलिस लाइन स्थित एसआईटी कार्यालय पहुंचकर साक्ष्य उन्हें सौंपे. साक्ष्यों में पीड़िता ने एक 64 जीबी की पेनड्राइव दी है जिसमें 40 से ज्यादा वीडियो हैं. पीड़िता ने बताया कि दिल्ली के लोधी कॉलोनी स्थित थाने में उसके हाथ से लिखी 12 पन्नों की शिकायत दी थी. इसके संबंध में एसआईटी ने शुक्रवार को चिन्मयानंद के आवास पर उसका बयान लिया.
छात्रा का कहना है कि एलएलएम में उसके दाखिले के बाद चिन्मयानंद ने अपने गुंडों की मदद से उसे बुलवाया. वे लोग उसे ऊपर के कमरे में छोड़ कर चले गए, इसके बाद चिन्मयानंद ने हमें नहाते हुए हमारा वीडियो दिखाया. उसके बाद से वह एक साल तक हमारा शारीरिक शोषण और बलात्कार करता रहा. उसका कहना है कि एसआईटी को वह वीडियो बरामद करना चाहिए.
वहीं दूसरी ओर चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह का कहना है कि वीडियो में लड़की मालिश करती हुई दिख रही है. लड़की से मालिश कराना कोई अपराध तो नहीं है, तमाम स्पा केन्द्रों में लड़कियां ही मालिश करती हैं. वीडियो में ऐसा बिल्कुल नहीं लग रहा है कि कोई दबाव में आकर कुछ कर रहा है.
गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद पर उन्हीं के कॉलेज में पढ़ने वाली एक कानून की छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल करके यौन शोषण का आरोप लगाया. इस संबंध में स्वत: संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को एसआईटी के गठन का आदेश दिया था.