2019 लोकसभा चुनाव: सर्वे में हुआ खुलासा- बीजेपी ने अगर इस पार्टी से नहीं किया गठबंधन तो हो सकता है बड़ा नुकसान, कांग्रेस मार लेगी बाजी
शिवसेना हाल ही में राम मंदिर को लेकर आक्रामक हुई है. पार्टी के अध्यक्ष ने नवंबर में अयोध्या की यात्रा की थी और कहा था कि वो सरकार को जगाने आए हैं. शिवसेना के इस अभियान को अच्छा प्रतिसाद भी मिला था.
महाराष्ट्र (Maharshtra) में आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर बीजेपी (BJP) ने सर्वे कराया है. इस सर्वे के अनुसार अगर सूबे में शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन नहीं हुआ तो NDA को नुकसान हो सकता है. सर्वे के अनुसार यदि शिवसेना- बीजेपी अलग चुनाव लड़ी तो इसका फायदा कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को हो सकता है. 2019 लोकसभा चुनाव में अगर शिवसेना- बीजेपी के बीच गठबंधन हुआ तो NDA के ज्यादा से ज्यादा सांसद लोकसभा में जाएंगे लिकिन अगर गठबंधन नहीं हुआ तो कांग्रेस-एनसीपी की चांदी हो जाएगी. सर्वे के अनुसार अगर शिवसेना, बीजेपी के साथ बनी रही तो NDA के 30-34 सांसद जीत सकते हैं, वहीं कांग्रेस के गठबंधन को 15-18 सीट मिल सकती हैं. अगर गठबंधन नहीं हुआ तो बीजेपी को 15-18, शिवसेना को 8-10 और कांग्रेस गठबंधन को 22-28 सीट मिल सकती हैं.
बता दें कि शिवसेना-बीजेपी के बीच गठबंधन होगा या नहीं इस बात को लेकर लगातार सस्पेंस बना हुआ हैं. शिवसेना पहले ही अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी हैं. वहीं, बीजेपी की ओर से उन्हें मनाने की कोशिश जारी हैं. वैसे, शिवसेना लगातार बीजेपी के खिलाफ हमलावर रुख इख़्तियार किए हुए हैं.
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शिवसेना हाल ही में राम मंदिर को लेकर आक्रामक हुई है. पार्टी के अध्यक्ष ने नवंबर में अयोध्या की यात्रा की थी और कहा था कि वो सरकार को जगाने आए हैं. शिवसेना के इस अभियान को अच्छा प्रतिसाद भी मिला था.
गुरुवार को भी शिवसेना ने अयोध्या मुद्दे को लेकर गुरुवार को अपनी सहयोगी बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण पार्टी के लिए एक और ‘जुमला’ बन गया है और यह मुद्दा उसे सत्ता से बाहर करने का कारण बनेगा. पार्टी ने कहा कि हाल में तीन राज्यों में चुनावी हार से बीजेपी जागी नहीं है तथा आर एस एस सरसंघचालक मोहन भागवत ने भगवद गीता के उपदेशों के संदर्भ में जो कुछ भी कहा, पार्टी उससे सीख लेने को तैयार नहीं है. शिवसेना ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर भाजपा के अंदर भी दबाव है. उसने पूछा, लेकिन भगवान राम के लिए ‘अच्छे दिन’ कब आएंगे.