विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jaishankar) चीन के नेतृत्व के साथ वार्ता के लिए तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को बीजिंग (Beijing) पहुंचे. सोमवार को जयशंकर ने चीन (China) के उपराष्ट्रपति वांग चिशान और विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) से मुलाकात की. दरअसल, जयशंकर का यह दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब भारत (India) ने जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kasmir) का विशेष दर्जा खत्म करते हुए उसे दो केंद्र शासित क्षेत्रों में बांट दिया है. हालांकि संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करने के भारत के फैसले के बहुत पहले जयशंकर का दौरा तय हो चुका था. ज्ञात हो कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद जयशंकर चीन का दौरा करने वाले पहले भारतीय मंत्री हैं.
जयशंकर की यात्रा के दौरान इस साल राष्ट्रपति शी चिनफिंग के भारत दौरे के इंतजाम को अंतिम रूप देने सहित कई मुद्दों पर बातचीत होगी. चीन के नेतृत्व के साथ जयशंकर की वार्ता की शुरुआत सोमवार से हुई है. दोनों देशों के मंत्री सांस्कृतिक और लोगों के आपसी संपर्क पर उच्च स्तरीय तंत्र की दूसरी बैठक की सह अध्यक्षता करेंगे. पहली बैठक पिछले साल नई दिल्ली में हुई थी. यह भी पढ़ें- 370 पर चीन का साथ पाने के लिए इमरान खान ने अपने विदेश मंत्री को भेजा
China: External Affairs Minister Subrahmanyam Jaishankar meets Foreign Minister of China, Wang Yi in Beijing. pic.twitter.com/6RHgad285b
— ANI (@ANI) August 12, 2019
जयशंकर की यात्रा के दौरान चार सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. मालूम हो कि साल 2017 में डोकलाम में 73 दिनों तक चले गतिरोध के बाद मोदी और शी ने पिछले साल वुहान में पहली अनौपचारिक वार्ता कर द्विपक्षीय संबंधों गति दी थी.
भाषा इनपुट