राजस्थान में शुरू हुआ सियासी नाटक, बीटीपी विधायक राजकुमार रोत ने पुलिस पर लगाया जबरन कैद करने का आरोप
कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट को राजस्थान के डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाये जाने के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है. पक्ष-विपक्ष के तमाम नेता अपने फायदे के हिसाब से राजनीतिक रोटियां सेंक रहे है. इस बीच बीटीपी (भारतीय ट्राइबल पार्टी) विधायक राजकुमार रोत (Rajkumar Rot) ने राजस्थान पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है.
जयपुर: कांग्रेस (Congress) के दिग्गज नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot को राजस्थान (Rajasthan) के डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाये जाने के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है. पक्ष-विपक्ष के तमाम नेता अपने फायदे के हिसाब से राजनीतिक रोटियां सेंक रहे है. इस बीच बीटीपी (भारतीय ट्राइबल पार्टी) विधायक राजकुमार रोत (Rajkumar Rot) ने राजस्थान पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है. बीटीपी विधायक ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर अपना दर्द बयां किया है.
बांसवाड़ा जिले की चौरासी (Chorasi) विधानसभा सीट से बीटीपी विधायक राजकुमार रोत ने राज्य की पुलिस द्वारा खुद को जबरन कैद करने का आरोप लगाया है. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाया है कि बीते तीन दिनों से लगातार विधायक निवास पर रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है. उनके साथ बंधको जैसा सलूक हो रहा है. उन्होंने बताया की जब आज सुबह वह अपने क्षेत्र के दौरे के लिए जा रहे थे तब पुलिस की तीन से चार गाडि़यां आ गई और उनका रास्ता रोक दिया. उन्हें जाने से रोकने के लिए कार की चाभी भी छीन ली गई और बदसलूखी की गई. सचिन पायलट के बयान पर राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे का पलटवार, कहा- वे बिल्कुल सही कह रहे हैं, जनता ने जिनको चुना उनकी जीत है
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने राजकुमार रोत के वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा “क्या पुलिस के बल पर बहुमत जुटाएगी अशोक गहलोत सरकार. बीटीपी एमएलए ने किया वीडियो जारी. वर्तमान घटनाक्रम को देखते हुए बीटीपी विधायकों को कर रखा है कैद! जब हुए अपने क्षेत्र के लिए रवाना तो पुलिस ने कर लिया राजकुमार रोत को कैद और गाड़ी की चाबी भी पुलिस प्रशासन ने ले ली.”
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस आलाकमान ने मंगलवार को बगावती सुर अख्तियार करने वाले अपने वरिष्ठ नेता सचिन पायलट को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. उन्हें राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया. साथ ही पायलट के समर्थक माने जाने वाले अशोक गहलोत सरकार में मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी हटाया गया है. सचिन पायलट ने पद से हटाये जाने के बाद ट्वीट किया "सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं".
उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दावा है कि उनके पास बहुमत के लिए आवश्यक विधायकों की संख्या मौजूद है और उनकी सरकार सुरक्षित है, दूसरी ओर सचिन पायलट ने दावा किया है कि उन्हें राजस्थान के करीब 30 विधायकों का समर्थन हासिल है. जिसमें कांग्रेस के विधायक और कुछ निर्दलीय विधायक हैं. वहीं, विधायको के टूटने के डर से कांग्रेस ने कल ही सभी विधायको को एक आलीशान होटल में भेज दिया है.