सोनिया के सामने मंच से राहुल बोले- 'मेरी मां दिल से काम लेती हैं, मैं दिमाग से'
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Photo: Facebook)

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में सवालों के जवाब देने के दौरान खुद से जुड़े कई राज खोले. जब राहुल मंच पर बैठकर अपनी सीक्रेट बाते बता रहे थे, तो सामने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी बैठी हुई थीं. एक सवाल का जवाब देते हुए राहुल ने कहा कि उनकी मां दिल से काम लेती हैं, जबकि वे दिमाग से काम लेते हैं.

‘हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट’ में राहुल गांधी से जब उनकी और उनके मां सोनिया गांधी के बीच की समानता और अंतर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "उन्होंने मुझे धर्य सिखाया. मैं उतावला हुआ करता था. दोनों में सुनने की क्षमता है, लेकिन मैं कभी-कभी उनसे कहता हूं कि आपमें काफी धर्य है."

राहुल ने कहा, "वह मुझे कहती हैं कि वह 'साहसी भावना' के साथ आगे बढ़ती हैं और मैं सोच के आधार पर..मैं इससे सहमत नहीं हूं."

उन्होंने कहा, "नेतृत्व क्रमिक विकास है, यह एक गतिशील प्रक्रिया है. एक नेता के तौर पर मेरे क्रमिक विकास में, मैं ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुनता हूं और समझने की कोशिश करता हूं कि वे क्या चाहते हैं."

सहयोगी दल चाहेंगे तो जरूर बनूंगा प्रधानमंत्री

गांधी ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘‘विपक्षी दलों के साथ बातचीत करने के बाद यह फैसला किया गया कि चुनाव में दो चरण की पक्रिया होगी. पहले चरण में हम मिलकर भाजपा को हराएंगे. चुनाव के बाद दूसरे चरण में हम (प्रधानमंत्री के बारे में) फैसला करेंगे.’’

यह पूछे जाने पर कि अगर विपक्षी दल ओर सहयोगी दल चाहेंगे तो उनका रुख क्या होगा, इस पर गांधी ने कहा, ‘‘अगर वे चाहेंगे तो मैं निश्चित तौर पर बनूंगा.’’

मोदी सरकार की नीतियों पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता है कि आप किसी एक वर्ग के बारे में सोचकर देश को विकसित कर सकते हैं. समस्या यह है कि आज विभिन्न समूहों के बीच बातचीत नहीं हो रही है. छोटे-मध्यम स्तर के कारोबारियों पर ध्यान देना होगा। हमें नौकरियां पैदा करनी होगी. सबके बीच संवाद स्थापित करना होगा.’’