कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की बहन प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की राजनीति में एंट्री हो गई है, लेकिन प्रियंका ने अभी अपनी राजनीतिक पारी की औपचारिक तौर पर शुरुआत नहीं की है. ऐसे में कहा जा रहा है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश की महासचिव का पद (Congress General Secretary for East Uttar Pradesh) संभालने से पहले प्रियंका गांधी कुंभ में आस्था की डुबकी लगा सकती हैं. समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, प्रियंका गांधी अपने भाई व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ आगामी 4 फरवरी को प्रयागराज (Prayagraj) स्थित संगम (Sangam) में आस्था की डुबकी (Holy Bath) लगाएंगी. कुंभ में स्नान के बाद वो अपनी राजनीतिक पारी की औपचारिक शुरुआत करेंगी. इसके बाद वो लखनऊ में राहुल के साथ एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगी.
दरअसल, चार फरवरी को कुंभ मेले (Kumbh Mela) का दूसरा शाही स्नान है और इसी दिन मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) भी है. जानकारी के मुताबिक प्रियंका गांधी और राहुल गांधी दोनों चार फरवरी को 'मौनी अमावस्या' व दूसरे 'शाही स्नान' के मौके पर पवित्र स्नान करेंगे. अगर उन्हें चार फरवरी को पवित्र डुबकी लगाने का मौका नहीं मिला तो वे 10 फरवरी को बसंत पंचमी व तीसरे 'शाही स्नान' पर संगम में डुबकी लगाएंगे.
यह शायद पहली बार है, जब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों संगम में पवित्र डुबकी लगाएंगे. साल 2001 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कुंभ मेले में हिस्सा लिया था और पवित्र स्नान किया था. गौरतलब है कि सालों से कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा प्रियंका गांधी को राजनीति में अहम जिम्मेदारी की मांग कर रहा था. यह भी पढ़ें: यूपी: प्रियंका की सियासी एंट्री पर बोले अखिलेश यादव, कहा- राहुल गांधी ने सही फैसला लिया, हमें खुशी है
जिसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने इस बारे में फैसला किया और प्रियंका गांधी की राजनीति में एंट्री हो गई. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें जनरल सेक्रेट्री नियुक्त कर पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभार दिया है और वो फरवरी के पहले हफ्ते में जिम्मेदारी संभालेंगी.
गौरतलब है कि औपचारिक तौर पर राजनीति में आने से पहले प्रियंका रायबरेली और अमेठी में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के चुनावी प्रचार की कमान संभालती थीं. यहां के लोग उन्हें अपनी बड़ी बहन के तौर पर देखते थे और प्रियंका के भाषणों का असर भी लोगों पर देखने को मिलता था. यही वजह है कि कांग्रेस के कई दिग्गज पार्टी को मजबूती देने के लिए प्रियंका के सक्रिय राजनीति में आने मांग कर रहे थे.