प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय भूटान दौरे के लिए रवाना, दोनों देशों के बीच हो सकती है इन मुद्दों पर बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार से दो दिवसीय भूटान दौरे के लिए रवाना हुए. 17-18 अगस्त तक अपनी इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपीक्षीय संबंधों सहित आपसी हितों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. इस दौरान दो करीबी पड़ोसियों के बीच 10 समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. इसके साथ ही पीएम मोदी 5 परियोजनाओं को लोकार्पण भी करेंगें.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) शनिवार से दो दिवसीय भूटान (Bhutan) दौरे पर हैं. 17-18 अगस्त तक अपनी इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपीक्षीय संबंधों सहित आपसी हितों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) की यह दूसरी भूटान यात्रा है, जबकि लोकसभा चुनाव 2019 के बाद यह उनकी पहली भूटान यात्रा है. पीएम मोदी के इस दौरे में दो करीबी पड़ोसियों के बीच 10 समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. इस दौरान पीएम मोदी मंगछेदु पनबिजली संयंत्र और थिम्पू में इसरो निर्मित पृथ्वी स्टेशन समेत कुल 5 परियोजनाओं को लोकार्पण भी करेंगें. दिल्ली से रवाना होकर पीएम मोदी पारो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे फिर सेमोथा दजोंग जाएंगें.
दो दिवसीय भूटान दौरे पर पीएम मोदी-
हालांकि इस यात्रा पर रवाना होने से पहले ही शुक्रवार को पीएम मोदी ने कहा था कि भूटान की उनकी दो दिवसीय यात्रा दोनों देशों के बीच समय की कसौटी पर खरी उतरने वाली दोस्ती को बढ़ावा देगी. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि वे 17-18 अगस्त को दो दिवसीय द्विपक्षीय यात्रा के लिए भूटान रहेंगे और इस यात्रा के दौरान कई तरह के कार्यक्रमों में भाग लेंगे. यह भी पढ़ें: पीएम मोदी को 'पाकिस्तानी बहन' कमर मोहसिन शेख ने बांधी राखी, तोहफे में मिली पति द्वारा बनाई खास पेंटिंग
पीएम मोदी अपनी यात्रा के पहले दिन ताशिचोडजोंग का दौरा करेंगे, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा. इसके बाद पीएम मोदी भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मिलेंगे. इसके साथ ही वे भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंगे वांगचुक से भी मुलाकात करेंगे और भूटान के प्रधानमंत्री के साथ बैठक करेंगे. अपनी यात्रा के दूसरे दिन वे भूटान के रॉयल विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित करेंगे.
विदेश मंत्रालय का कहना है कि प्रधानमंत्री की यह यात्रा दर्शाती है कि सरकार अपने भरोसेमंद दोस्त भूटान के साथ संबंधों को काफी अहमियत देती है. भारत और भूटान समय की कसौटी पर खरे उतरने के साथ ही अपने संबंधों को साझा करते हैं. दोनों देशों की सांस्कृतिक धरोहर और लोगों के बीच संपर्क के साथ आपसी समझ और सम्मान का भाव रखते हैं.