पीएम मोदी ने गुरुवायूर मंदिर में की विशेष पूजा, 112 किलो कमल के फूलों से हुआ 'तुलाभारम', कहा- केरल भी मेरा उतना ही जितना बनारस

पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के नेता कहते हैं कि केरल में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला, फिर भी मोदी धन्यवाद के लिए गए. जो हमें जिताते हैं वो भी हमारे हैं, जो चूक गए हैं वो भी हमारे हैं. केरल मेरे लिए उतना ही है जितना बनारस है.

पीएम मोदी (Photo Credit-ANI)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शनिवार को केरल के मशहूर गुरुवायूर कृष्ण मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे. पीएम मोदी ने यहां मंदिर में विशेष पूजा की. यहां 'तुला भरण' पूजन परंपरा के तहत उन्हें कमल के फूलों से तौला गया. पूजा-अर्चना के लिए एक मुस्लिम परिवार से 112 किलोग्राम कमल के फूल खरीदे गए थे. इन्हीं फूलों से विशेष पूजा की गई. बताया जा रहा है कि कमल के इन फूलों को तिरुनवाया के एक मुस्लिम किसान परिवार से खरीदा गया था.

त्रिशूर का गुरुवायूर मंदिर केरल के सबसे मशहूर मंदिरों में से एक है. गुरुवायूर का कृष्णा मंदिर बहुत प्राचीन है और यह भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप का मंदिर है. यहां की दीवारों पर इनके बाल रूप की तस्वीरें उकेरी गई हैं.

त्रिशूर के गुरुवायूर मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद पीएम मोदी ने यहां एक जनसभा को भी संबोधित किया. पीएम मोदी ने यहां कहा कहा कि गुरुवायूर की धरती पर आने का मुझे सौभाग्य मिला. ये मेरे लिए नई शक्ति देने वाला अवसर है. पीएम मोदी ने इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं का आभार जताया. साथ ही उन्होंने लोकतंत्र के उत्सव में योगदान के लिए केरल के लोगों का धन्यवाद किया.

पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के नेता कहते हैं कि केरल में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला, फिर भी मोदी धन्यवाद के लिए गए. जो हमें जिताते हैं वो भी हमारे हैं, जो चूक गए हैं वो भी हमारे हैं. केरल मेरे लिए उतना ही है जितना बनारस है.

पीएम मोदी ने कहा कि जनता-जर्नादन ईश्वर का रूप है, ये इस चुनाव में देश ने भलि-भांति देखा है. राजनीतिक दल जनता के मिजाज के नहीं पहचान पाए. लेकिन जनता ने भाजपा और एनडीए के पक्ष में प्रचंड जनादेश दिया. मैं सिर झुकाकर जनता को नमन करता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि हम राजनीति में सरकार बनाने के लिए नहीं हैं. हम लोगों की सेवा करने के लिए यहां हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि देश के गरीबों को अपना घर बेचना ना पड़े इसके लिए हम 5 लाख की सुविधा दे रहे हैं, लेकिन केरल के लोगों को यह सुविधा नहीं मिल रही है. क्योंकि यहां की सरकार ने इस सुविधा को लागू करने से मना किया है. हम अपील करते हैं कि वे स्वीकार करें और केरल के लोग इसका फायदा उठा सकें.

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