बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) द्वारा राज्य में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) लागू नहीं करने की घोषणा के बाद अब उनकी पार्टी जेडीयू ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को भी समर्थने देने से इनकार कर दिया है. जेडीयू (JDU) ने गुरुवार को कहा कि वह एनपीआर ड्राइव का समर्थन नहीं कर सकती जब तक कि केंद्र सरकार इसके 'एनआरसी की ओर पहला कदम' जैसे संकेत व आशंकाओं संबंधित सभी भ्रमों को दूर नहीं करती है. जेडीयू के अलावा राष्ट्रीय जनता दल (RJD), राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा जैसे विपक्षी दलों ने भी एनपीआर का विरोध किया है.
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि भले ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि एनपीआर एनआरसी से जुड़ा नहीं है लेकिन तत्कालीन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि एनपीआर एनआरसी का पहला कदम है. इसलिए इस मामले में अब बहुत सारे भ्रम पैदा हो गए हैं, जिन्हें दूर करने की आवश्यकता है. यह भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर साधा निशाना, कहा- ताली सरदार को तो गाली भी सरदार को.
यह पूछे जाने पर कि क्या जेडीयू एनपीआर का समर्थन करती है तो केसी त्यागी ने कहा कि सरकार के पुराने और नए बयानों में विरोधाभास है. हम एनपीआर की वैधता पर सवाल उठा रहे हैं. हम तब तक इसका समर्थन नहीं कर सकते जब तक कि सरकार का कोई प्रतिनिधि खासकर केंद्रीय गृह मंत्री इस पर अपना रुख साफ कर दें.