महाराष्ट्र में सियासी घमासान तेज, सस्पेंस के बीच लीलावती हॉस्पिटल में बीजेपी नेता आशीष शेलार ने संजय राउत से की मुलाकात
महाराष्ट्र: भारतीय जनता पार्टी के नेता आशीष शेलार ने आज मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में एडमिट शिवसेना नेता संजय राउत से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच औपचारिक बातचीत हुई. खबर के अनुसार दोनों नेताओं ने सूबे में चल रहे इन दिनों सियासी मामले से संबंधित किसी बात पर चर्चा नहीं की.
महाराष्ट्र: भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के नेता आशीष शेलार (Ashish Shelar) ने आज मुंबई (Mumbai) के लीलावती हॉस्पिटल (Lilawati hospital) में एडमिट शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच औपचारिक बातचीत हुई. खबर के अनुसार दोनों नेताओं ने सूबे में चल रहे इन दिनों सियासी मामले से संबंधित किसी बात पर चर्चा नहीं की. शेलार से पहले शिवसेना प्रमुख (Shiv Sena) उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और एनसीपी (NCP) चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) ने संजय राउत (Sanjay Raut) से मुलाकात की थी.
इस बीच संजय राउत ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए एक कविता लिखकर कहा, "लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नही होती. हम होंगे कामयाब. जरूर होंगे. बता दें कि सूबे की सत्ता की लड़ाई अब रोज नए रूप दिखा रही है. 56 विधायकों वाली शिवसेना एनसीपी के 54 व कांग्रेस के 44 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने के लिए तैयार है. लेकिन अभी कांग्रेस उसे समर्थन देने का अंतिम निर्णय नहीं ले पाई है. जिसके बाद सस्पेंस जारी है कि कौन क्या करेगा. यह भी पढ़ें- एनसीपी प्रमुख शरद पवार पहुंचे लीलावती अस्पताल, शिवसेना नेता संजय राउत से की मुलाकात
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के 24 अक्टूबर को आए नतीजे में बीजेपी को 105 सीटें मिलीं और जबकि शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली. इस जीत के बाद उद्वव और देवेंद्र फडणवीस ने मिलकर एक दूसरे को मिठाई खिलाई. लेकिन जब बात कुर्सी की आई तो दोनों में जंग शुरू हो गई. इस चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी राकांपा ने 54 सीटें जीती, और कांग्रेस की झोली में 44 सीटें आईं. अब सेना अपने कभी विरोधी रहे दोनों दलों के साथ मिलकर सत्ता में वापसी करने की कोशिश कर रहे हैं. अब शिवसेना के गठबंधन तोड़ देने के बाद बीजेपी को लगता है कि यदि वह अकेले ही सभी सीटों पर चुनाव लड़ी होती तो शायद अधिक सीटों पर जीत दर्ज करती.