नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी की बीच कल से संसद का मॉनसून सत्र (Monsoon Session) शुरू हो रहा है. सत्र शुरू होने से पहले ही विपक्ष सवाल और जवाब को लेकर आक्रामक हैं. विपक्ष चाहता है कि केंद्र सरकार बताये कि भारत और चीन के बीच बार्डर पर क्या चल रहा है. यदि बार्डर पर दोनों देश के बीच अभी गतिरोध चल रहा है तो भारत का अगला कदम क्या है. विपक्ष के इन्ही सवालों को लेकर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी का बयान आया है. उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष के हर मुद्दे पर चर्चा करना चाहती है. सिर्फ सभी दलों से सहयोग की जरूरत हैं.
मीडिया के बातचीत में संसदीय मामलों के केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी (Union Minister Prahlad Joshi) ने कहा है कि भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद मामले की संवेदनशीलता देखते हुए दोनों सदनों के नेताओं की बैठक मंगलवार को आयोजित की जाएगी. जोशी ने कहा सरकार इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. ऐसे कठिन समय में मैं सभी दलों से सहयोग की अपील करता हूं. यह भी पढ़े: India-China Border Tension: भारत-चीन सीमा तनाव को लेकर अर्जुन रामपाल ने उठाया सवाल, पूछा- इस विवाद पर सब शांत क्यों हैं? इससे जरुरी मुद्दा क्या हो सकता है?
दरअसल सांसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले ही विपक्ष मांग कर रहा था कि वह भारत- चीन के बीच पैदा हुए गतिरोध को लेकर सरकार से चर्चा करना चाहता है. वहीं अब से कुछ समय पहले कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कि चीन के मुद्दे पर हम चर्चा करना चाहते हैं कि क्या हो रहा है और क्या होने वाला है. विपक्ष चाहते है कि भारत सरकार चीन को लद्दाख के मुद्दे पर सरकार चीन को माकूल जवाब दे, आंखों में आंख डालकर चीन के खिलाफ बात करे. चौधरी ने अपने बयान के दौरान देश में प्रवासी मजदूरी के काम, देश में कोरोना महामारी की बीच पैदा हुए बेरोजगारी समेत आदि मुद्दों पर सत्र के दौरा चर्चा करने की बात कही है.