ममता बनर्जी की विपक्षी दलों की महारैली, कोलकाता में आज बीजेपी के खिलाफ जुटेंगे कई दलों के नेता
ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव से पहले इस रैली के जरिए विपक्ष की ताकत प्रदर्शित करना चाहती हैं.
पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) शनिवार को कोलकाता (Kolkata) के ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड मैदान में ‘संयुक्त विपक्षी रैली’ (United India Rally) करेंगी. बीजेपी (BJP) के खिलाफ आयोजित इस रैली में कई विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे. उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ बने समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के गठबंधन के बाद कोलकाता में हो रही यह रैली और महत्वपूर्ण हो गई है. एसपी और बीएसपी के वरिष्ठ नेताओं के तृणमूल कांग्रेस की ‘‘संयुक्त विपक्षी रैली’’ में मंच साझा करने की उम्मीद है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के इस रैली में आने के, जबकि बीएसपी की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा के शिरकत करने की संभावना है.
राष्ट्रीय लोक दल (RLD) से अजीत सिंह और जयंत चौधरी भी मौजूद रहेंगे. यह पार्टी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक ताकत है. वह भी एसपी - बीएसपी गठबंधन में शामिल होने के लिए बातचीत कर रही है. वहीं, रैली में कांग्रेस (Congress) का प्रतिनिधित्व पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे. उत्तर प्रदेश में नया चुनावी समीकरण बनाने वाली एसपी और बीएसपी सहित सभी बड़ी विपक्षी पार्टियों की इस रैली में मौजूदगी काफी मायने रखती है.
हालांकि, एसपी के उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने कहा कि यह बीजेपी विरोधी रैली है. इसलिए कई विपक्षी दल इसमें भाग ले रहे हैं और हम भी इसका हिस्सा हैं. इसका उत्तर प्रदेश की राजनीति से कोई लेना - देना नहीं है क्योंकि वह बिल्कुल ही एक अलग मोर्चा है. वहीं, कांग्रेस को भी यह लगता है कि विपक्ष की महारैली से उत्तर प्रदेश में राजनीतिक समीकरण के बारे में गलतफहमी नहीं होनी चाहिए. रैली का आयोजन कर रही तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि क्षेत्रीय राजनीतिक मजबूरियों को इस प्रस्तावित रैली से जुड़े बड़े राजनीतिक उद्देश्यों में नहीं मिलाना चाहिए.
इस रैली में जिन अन्य नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है, उनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एच.डी. कुमारस्वामी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू शामिल हैं. इनके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के भी शामिल होने की उम्मीद है. कांग्रेस से खड़गे और पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी रैली में भाग लेंगे.
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ - साथ एनसीपी प्रमुख शरद पवार, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरूण शौरी, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और झारखंड विकास मोर्चा के बाबूलाल मरांडी भी मंच पर नजर आएंगे. मंगलवार को बीजेपी छोड़ने वाले अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगोंग अपांग भी रैली में शामिल होंगे. यह भी पढ़ें- ओम प्रकाश राजभर की बीजेपी को धमकी, कहा- अगर वादे पूरे नहीं किए तो यूपी की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी हमारी पार्टी
रैली में शामिल होने के लिए पूरे पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ता व समर्थक शुक्रवार को शहर भर में उमड़ पड़े. इस रैली के जरिए ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष की ताकत प्रदर्शित करना चाहती हैं. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व पहले के सभी रिकॉर्ड तोड़ने में कोई कसर नहीं रखना चाहता.
भाषा इनपुट