ऋषि कुमार शुक्ला को CBI निदेशक चुने जाने से मल्लिकार्जुन खड़गे असहमत, पीएम मोदी को लिखा पत्र
ऋषि कुमार शुक्ला (Rishi Kumar Shukla) को सीबीआई का नया निदेशक (New CBI Chief) तो नियुक्त कर दिया गया है, लेकिन हाई पावर कमेटी के इस फैसले से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सहमत नहीं हैं.
ऋषि कुमार शुक्ला (Rishi Kumar Shukla) को सीबीआई का नया निदेशक (New CBI Chief) तो नियुक्त कर दिया गया है, लेकिन हाई पावर कमेटी के इस फैसले से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) सहमत नहीं हैं. खड़गे ने शनिवार को जांच एजेंसी के प्रमुख के चयन में पहले से तय मापदंडों को पालन नहीं किए जाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ऐसा करना दिल्ली विशेष पुलिस संस्थापना (DSPE) कानून तथा उच्चतम न्यायालय के आदेश का उल्लंघन है. यह फैसला सर्वसम्मति से फैसला नहीं हुआ. जानकारी के मुताबिक नेता विपक्ष और कमेटी के सदस्य मल्लिकार्जुन खड़गे ऋषि कुमार शुक्ला के नाम से सहमत नहीं थे.
खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगुवाई वाली उच्चाधिकार प्राप्त समिति की एक फरवरी की बैठक के संदर्भ में अपने असहमति पत्र में कहा है कि समिति ने सहमति जताई थी कि पैनल में नामों के शामिल करने के लिए वरिष्ठता क्रम, एसीआर और भ्रष्टाचार विरोधी जांच का कम से कम 100 महीने के अनुभव तीन प्रमुख आधार बनाए गए थे, लेकिन इनका पालन नहीं हुआ. यह भी पढ़ें- IPS ऋषि कुमार शुक्ला बने CBI के नए डायरेक्टर, नागेश्वर राव की लेंगे जगह
मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऋषि कुमार शुक्ला की सीनियॉरिटी और इंटेग्रिटी पर सवाल उठाये थे. खड़गे का तर्क था कि शुक्ला को एंटी करप्शन मामलों में अनुभव की कमी है. उन्होंने सीबीआई निदेशक की नियुक्ति को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का हवाला भी दिया. जिसमें कहा गया है कि इस पद पर किसी IPS की नियुक्त Seniority, Integrity और करप्शन के मामलों की जांच के अनुभव के आधार पर होगी. आपको बता दें कि हाई पावर कमेटी की अगुवाई पीएम मोदी कर रहे थे. इसमें मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, पीएम मोदी और नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल थे.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश पुलिस के पूर्व प्रमुख ऋषि कुमार शुक्ला को दो साल के तय कार्यकाल के लिये शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का निदेशक नियुक्त किया गया है. मध्य प्रदेश कैडर के 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी शुक्ला फिलहाल भोपाल में मध्य प्रदेश पुलिस आवास निगम के अध्यक्ष हैं. 10 जनवरी को आलोक वर्मा को डायरेक्टर पद से हटाने के बाद केंद्र सरकार ने एम. नागेश्वर राव को अंतरिम डायरेक्टर नियुक्त किया था. तभी से सीबीआई डायरेक्टर का पद खाली था.