ठाकरे सरकार में मंत्री यशोमती ठाकुर को अदालत ने सुनाई 3 महीने की सजा, कांग्रेस की है नेता, ये है मामला
वहीं इस मामले पर महाराष्ट्र कांग्रेस ने प्रतिक्रीया देते हुए कहा कि, एक पुराने मामलें का फैसला आया है. जिसके बाद बीजेपी यशोमति ठाकुर के इस्तीफे की मांग कर रही है. उन्हें देश की न्याय प्रक्रिया पर भरोसा नहीं है. अतुल लोंढे ने कहा कि इस मामले को लेकर यशोमती ठाकुर ने हाई कोर्ट जाने का फैसला लिया है. अन्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी इसे उछाल रही है. लेकिन राज्य की जनता सब जानती है और बीजेपी उनका ध्यान भटका नहीं सकती है.
महाराष्ट्र में कांग्रेस की नेता और कैबिनेट मंत्री एडवोकेट यशोमती ठाकुर को अदालत ने तीन महीनें की सजा सुनाई है. महाराष्ट्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमति ठाकुर को यह सजा एक पूराने मामले में सुनाई गई है. दरअसल यशोमति ठाकुर ने अंबा देवी मंदिर के पास एक पुलिसकर्मी से हाथापाई की थी. इस मामलें को लेकर केस दर्ज किया गया था. जिसके बाद अमरावती की अदालत ने यशोमती ठाकुर को तीन महीने की सजा और 15 हजार का जुर्माना सुनाया है. वहीं इस खबर के बाद विरोधी दलों ने उद्धव ठाकरे की सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया है और यशोमती ठाकुर के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
वहीं इस मामले पर महाराष्ट्र कांग्रेस ने प्रतिक्रीया देते हुए कहा कि, एक पुराने मामलें का फैसला आया है. जिसके बाद बीजेपी यशोमति ठाकुर के इस्तीफे की मांग कर रही है. उन्हें देश की न्याय प्रक्रिया पर भरोसा नहीं है. अतुल लोंढे ने कहा कि इस मामले को लेकर यशोमती ठाकुर ने हाई कोर्ट जाने का फैसला लिया है. अन्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी इसे उछाल रही है. लेकिन राज्य की जनता सब जानती है और बीजेपी उनका ध्यान भटका नहीं सकती है.
गौरतलब हो कि यशोमती ठाकुर की गिनती महाराष्ट्र में कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में होती है. यशोमती ठाकुर अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहती हैं. यशोमती ठाकुर अमरावती की तिवसा सीट से कांग्रेस विधायक हैं और कांग्रेस को कोटे से उद्धव सरकार में मंत्री बनीं हैं. यशोमती ठाकुर विदर्भ से आती हैं और तीसरी बार विधायक बनी हैं. इसके अलावा यशोमती ठाकुर कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव भी हैं. इसके अलावा पेशे से वकील हैं.