Lok Sabha Election 2019: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की भोपाल लोकसभा सीट (Bhopal Lok Sabha Seat) से कांग्रेस के प्रत्याशी और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) रविवार को वोट (Vote) डालने के लिए अपने गृहक्षेत्र राजगढ़ (Rajgarh) नहीं पहुंच पाए. हालांकि उन्होंने दोपहर के समय यह जरूर कहा था कि वो अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए अपने गृहक्षेत्र जाने की पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन वो मतदान करने के लिए नहीं पहुंच सके. इस बात की पुष्टि करते हुए उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी है. अपने गृहक्षेत्र में वोट न कर पाने से दुखी दिग्विजय सिंह ने मांफी मांगने के साथ ही यह कहा कि अगली बार वो अपना नाम भोपाल (Bhopal) में रजिस्टर कराएंगे.
बताया जाता है कि राजगढ़ संसदीय सीट पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के प्रभाव वाली मानी जाती है. यही वजह है कि वो इस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें भोपाल से टिकट दे दिया और इस सीट से पार्टी ने मोना सुस्तानी को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट से मोना सुस्तानी का सीधा मुकाबला पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के विश्वस्त व मौजूद सांसद रोडमल नागर से है.
वोट न दे पाने पर दिग्विजय सिंह ने मांगी माफी-
Digvijaya Singh, Congress Lok Sabha candidate from Bhopal: Yes I couldn't go to vote to Rajgarh and I regret it. Next time I will register my name in Bhopal. #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/ewlpgBncmg
— ANI (@ANI) May 12, 2019
खबरों के मुताबिक, राजगढ़ से दिग्विजय के कई करीबी कार्यकर्ता भी भोपाल में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि इन कार्यकर्ताओं के साथ अगर दिग्विजय सिंह राजगढ़ समय पर पहुंच जाते तो स्थानीय वोटरों पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता था, लेकिन मतदान के लिए दिग्विजय सिंह का राजगढ़ न पहुंचना कांग्रेस पार्टी और यहां से पार्टी की उम्मीदवार दोनों के लिए भारी पड़ सकता है. यह भी पढ़ें: दिग्विजय सिंह का बड़ा बयान, कहा- भगवा पर किसी का एकाधिकार नहीं
बता दें कि राजगढ़ सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह दो बार संसद में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, जबकि उनके भाई लक्ष्मण सिंह कांग्रेस के टिकट पर 5 बार और बीजेपी के टिकट पर एक बार यहां से जीत हासिल कर चुके हैं. बात करें साल 2014 के लोकसभा चुनाव की तो बीजेपी के टिकट से रोडमल नागर ने 2 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. राजगढ़ में कुल मतदाताओं की संख्या करीब 15 लाख है.