लोकसभा चुनाव 2019: बसों और ट्रेनों में दिखी भीड़भाड़, मतदान के लिए हैदराबाद से आंध्र प्रदेश की ओर रवाना हुए हजारों लोग
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: PTI)

हैदराबाद:  बसों और ट्रेनों में भीड़भाड़ है, जबकि टोल प्लाजा पर काफी वाहनों के होने से ट्रैफिक जाम की स्थिति है, क्योंकि हैदराबाद से हजारों लोग गुरुवार को होने वाले चुनाव में अपना वोट डालने के लिए आंध्र प्रदेश जा रहे हैं. हैदराबाद-विजयवाड़ा राजमार्ग पर टोल प्लाजा पर सैकड़ों वाहन कतार में लगे हैं और आगे बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं. मंगलवार रात से यातायात में अराजकता का माहौल देखा गया है.

आंध्र प्रदेश विधानसभा की 175 सीटों और राज्य की सभी 25 लोकसभा सीटों के लिए गुरुवार को मतदान होना है. तेलंगाना के सभी 17 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में भी उसी दिन मतदान होना है. कहा जा रहा है कि 20 लाख से ज्यादा आंध्र प्रदेश के मूल निवासी और हैदराबाद व उसके आसपास रहने वाले लोग दोनों राज्यों के मतदाता हैं.

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2014 में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में अलग-अलग चरणों में चुनाव हुए थे, लेकिन इस बार दोनों तेलुगू भाषी राज्यों में एक ही दिन एक ही चरण में चुनाव हो रहे हैं. कुछ राजनीतिक दलों ने फर्जी मतदान को रोकने के लिए दोनों राज्यों में एक साथ मतदान कराने की मांग की थी. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने फरवरी में चुनाव आयोग को बताया था कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दोनों राज्यों में 20 लाख से अधिक लोगों के वोट हैं.

तेलंगाना के यादाद्रि भोंगीर जिले में बुधवार को लगभग 1.5 किलोमीटर लंबा यातायात जाम पेंटांगी टोल प्लाजा पर देखा गया. वाहन मालिकों और टोल कर्मचारियों के बीच गरमा गर्म बहस हुई, क्योंकि यात्रियों ने मांग की कि टोल वसूली की प्रक्रिया को तेज किया जाए. यात्रियों की यह भी मांग थी कि अधिकारी टोल वसूली बंद कर दें, जैसा कि संक्रांति त्योहार के दौरान यातायात सुचारु करने के लिए किया गया था.

विजयवाड़ा, विशाखापट्टनम, गुंटूर, गोदावरी जिले, कुरनूल, कडप्पा, अनंतपुर और आंध्र प्रदेश के अन्य गंतव्यों के लिए जाने वाली बसों और ट्रेनों में भीड़भाड़ देखने को मिली. हैदराबाद से विजयवाड़ा और आंध्र प्रदेश के अन्य गंतव्यों के लिए सड़क परिवहन निगम द्वारा संचालित 500 से अधिक दैनिक सेवाओं के अलावा, अधिकारी भीड़ कम करने के लिए विशेष बसें चला रहे हैं. निजी बस संचालक जबरन ज्यादा किराया वसूल रहे थे.

दक्षिण मध्य रेलवे ने बढ़ी हुई मांग को पूरी करने के लिए तिरुपति, गुंटूर और विशाखापट्टनम के लिए विशेष ट्रेनों का संचालन किया. महात्मा गांधी बस अड्डा (एमजीबीएस), हैदराबाद और सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन का सबसे बड़ा बस अड्डा यात्रियों, निजी कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवारों, प्रौद्योगिकीविदों और छात्रों से भरा पड़ा था. मतदान के अलावा, स्कूलों और कॉलेजों के लिए गर्मी की छुट्टियां एक बड़ी वजह मानी जा रही हैं.

इस तरह के ²श्य आमतौर पर संक्रांति के अवसर पर देखे जाते हैं, जब फसल कटाई के त्योहार के लिए आंध्र प्रदेश के मूल निवासी घर के लिए रवाना होते हैं. कुछ दलों और उम्मीदवारों के लिए कहा जा रहा है कि उन्होंने या तो हैदराबाद से मतदाताओं को फेरी करने के लिए विशेष वाहनों की व्यवस्था की है, या दोनों तरफ से उनका किराया और साथ ही भोजन और अन्य खचरें के लिए भुगतान किया है.