लोकसभा चुनाव 2019: बागी नेता शकील अहमद पर कांग्रेस की बड़ी कार्रवाई, 6 साल के लिए पार्टी से किया गया सस्पेंड
अपनी ही पार्टी के साथ बगावत करने वाले कांग्रेस नेता शकील अहमद पर कांग्रेस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. कांग्रेस ने बगावत करने वाले शकील अहमद को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है.
पटना: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) के पांचवे चरण के लिए सोमवार को मतदान होना है. ऐसे में इससे ठीक एक दिन पहले यानी रविवार को अपनी ही पार्टी के साथ बगावत करने वाले कांग्रेस नेता शकील अहमद (Shakeel Ahmed) पर कांग्रेस (Congress) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. कांग्रेस ने बगावत करने वाले शकील अहमद को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है. दरअसल, बिहार (Bihar) की मधुबनी (Madhubani) की सीट महागठबंधन की सहयोगी वीआईपी के खाते में चली गई, जिसकी वजह से उन्हें मधुबनी से टिकट नहीं मिला. कांग्रेस पार्टी द्वारा मधुबनी से सीट न मिलने की वजह से शकील अहमद ने पार्टी से बगावत करते हुए इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया. उनकी इस गतिविधि से नाराज होकर ही कांग्रेस वर्किंग कमिटी ने उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने का फैसला किया.
यहां गौर करने वाली बात तो यह है कि कांग्रेस पार्टी ने शकील अहमद के खिलाफ यह कार्रवाई ऐसे वक्त में की है जब इसके अगले ही दिन यानी 6 मई को लोकसभा के पांचवे चरण के लिए मतदान होना है. मधुबनी में भी 6 मई को ही पांचवे चरण के लिए पोलिंग होनी है.
बता दें कि शकील अहमद को बिहार में कांग्रेस के साथ ही अल्पसंख्यकों का भी एक बड़ा चेहरा माना जाता है. उनकी गिनती पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के तौर पर होती है. शकील अहमद मनमोहन सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री भी रह चुके हैं और वे मधुबनी लोकसभा सीट से दो बार सांसद भी रह चुके हैं. यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव 2019: बिहार की मधुबनी सीट पर अशोक यादव और बद्री पूर्वे के बीच मुकाबले को दिलचस्प बना रहे शकील अहमद
गौरतलब है कि बिहार में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, हम, वीआईपी, सीपीआई (एमएल) और वीआईपी के बीच महागठबंधन हुआ है. इस महागठबंधन के बनने के बाद आरजेडी को 19 सीटें, कांग्रेस को 9 सीटें, आरएलएसपी को 5 सीटें, हम को 3 सीटें, वीआईपी को 3 सीटें और सीपीआई (एमएल) को एक सीट मिली है.