पटना, 27 मई| बिहार (Bihar) में इस कोरोना काल में मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. इसी क्रम में राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य केंद्र बदहाल हैं. साथ ही सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर कटाक्ष करते हुए उन्हें नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) के लिए नामांकित करने की बात कही. इधर, जदयू (JDU) ने भी लालू प्रसाद पर तंज कसते हुए उन्हें घोटला शिरोमणि तक बता दिया. कोरोना वायरस (Coronavirus) की महामारी के दौर में लालू प्रसाद लगातार बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल उठा रहे हैं. यह भी पढ़ें- Bihar में नीतीश कुमार से BJP नाराज! सहयोगी पार्टी को रास नहीं आ रहा मंत्रियों के घूमने पर 'पाबंदी' के निर्देश.
लालू प्रसाद ने गुरुवार को अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से राजद कैमूर के प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र, मचखिया, प्रखंड दुर्गावती की तस्वीर को रीट्वीट करते हुए लिखा, "बिहार में बंद पड़े (लेकिन गुलाबी और बसंती फाइलों में संचालित) ऐसे हजारों स्वास्थ्य केंद्र नीतीश कुमार की 'फेल्योर' (विफलता) के विराट स्मारक हैं."
लालू प्रसाद यादव का ट्वीट-
बिहार में बंद पड़े (लेकिन गुलाबी और बसंती फाइलों में संचालित) ऐसे हज़ारों स्वास्थ्य केंद्र नीतीश कुमार की फेल्योर के विराट स्मारक है। https://t.co/h4HhguAqZl
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 27, 2021
मधुबनी के जनता मालिकों का कहना है कि जिले में ऐसे सैकड़ों स्वास्थ्य केंद्र बंद कराने के लिए नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित करना चाहिए। https://t.co/w2wSjOJljK
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 26, 2021
राजद के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने मधुबनी जिले के हरलाखी प्रखंड के एक उप स्वास्थ्य केंद्र के संदर्भ में मधुबनी राजद के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, "ऐसे सैकड़ों स्वास्थ्य केंद्र बंद कराने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित किया जाना चाहिए." राजद के ट्वीट में नीतीश कुमार के साथ स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को भी नोबेल पुरस्कार देने की मांग की गई है.
लालू प्रसाद के मुख्यमंत्री पर कटाक्ष किए जाने के बाद जदयू के नेता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने पलटवार किया है. पूर्व मंत्री ने लालू प्रसाद को 'पुरुस्कृत घोटाला शिरोमणि' तक बता दिया. पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, "अब न्यायालय से पुरुस्कृत घोटाला शिरोमणि भी लाठी के बजाय कलम और डॉक्टरों को बिहार से भगाने के बदले स्वास्थ्य सेवा की बात करने लगे हैं.''