Lakhimpur kheri Violence: दिल्ली से लखीमपुर जा रहे सचिन पायलट मुरादाबाद में हिरासत में लिए गए

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में मचे बवाल के बीच राजस्थान से सचिन पायलट ने भी बुधवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ मोर्चा संभाल लिया. हालांकि इस बीच उन्हें मुरादाबाद में हिरासत में ले लिया गया है.

सचिन पायलट (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी में मचे बवाल के बीच राजस्थान से सचिन पायलट ने भी बुधवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ मोर्चा संभाल लिया. हालांकि इस बीच उन्हें मुरादाबाद में हिरासत में ले लिया गया है. सचिन पायलट ने कहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुरादाबाद में एक गेस्ट हाउस में हिरासत में लिया है. अधिकारी कह रहे हैं, उन्हें उत्तर प्रदेश शासन (लखनऊ) से आदेश मिला है कि उन्हें आगे नहीं जाने दिया जाए.

सचिन बुधवार को दिल्ली से प्रियंका गांधी के नजदीकी माने जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ लखीमपुर खीरी सड़क मार्ग से जा रहे हैं. सुबह करीब 11 बजे दिल्ली से रवाना हुए सचिन शाम करीब 9:30 बजे तक उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद ही पहुंच पाए. इससे पहले, लखीमपुर खीरी जा रहे सचिन पायलट के काफिले को दो बार और रोका गया. दोनों नेता दिल्ली से गाजीपुर यूपी गेट बॉर्डर की तरफ से होते हुए आगे बढ़े, लेकिन गाजीपुर बॉर्डर पर रोक लिया गया, सिर्फ 4 लोगों को एक गाड़ी में जाने की अनुमति मिली. यह भी पढ़े: Lakhimpur kheri Violence: प्रियंका गांधी बोलीं- केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बर्खास्तगी के बिना निष्पक्ष जांच संभव नहीं

दरअसल, प्रमोद कृष्णम और सचिन पायलट के काफिले के कारण नेशनल हाईवे-9 पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गाजीपुर बॉर्डर पर दोनों नेताओं का जोरदार स्वागत किया. राहुल गांधी के प्रस्तावित लखनऊ दौरे में उनके साथ जाने वाले नेताओं की सूची में ऐसे नेताओं के नाम थे, जो अपने-अपने राज्य में सियासी पकड़ को मजबूत करना चाहते हैं, जिसमें भूपेश बघेल के बाद सचिन पायलट आगे रहे.

पंजाब में परिवर्तन के बाद लगातार राजस्थान में भी मुख्यमंत्री बदले जाने के कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि पिछले दिनों ये भी साफ हो गया कि राजस्थान में फिलहाल ऐसा कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, पार्टी पहले पंजाब की स्थिति को सामान्य करना चाहती है, उसके बाद राजस्थान पर फोकस किया जा सकता है. लेकिन सचिन, गांधी परिवार से नजदीकी बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते.

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