कर्नाटक (Karnataka) में सियासी उठापटक थमने का नाम नहीं ले रही है. खबर है कि कांग्रेस विधायक दल (CLP) की बैठक में गायब रहने वाले चार विधायक भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो सकते हैं. उधर, कांग्रेस (Congress) ने अपनी विधायक दल की बैठक में गायब रहने वाले चार विधायकों को रविवार को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा कि दलबदल विरोधी कानून के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों ना की जाए? कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि जिन लोगों को नोटिस भेजे गए हैं उनमें रमेश जारकीहोली, बी. नागेंद्र, उमेश जाधव और महेश कुमाताहल्ली हैं.
रमेश जारकीहोली को हाल ही में मंत्रिमंडल फेरबदल में मंत्री पद से हटाया गया था और वह इसे लेकर अत्यधिक नाखुश बताए जा रहे थे. उमेश जाधव ने कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में शामिल न हो पाने के लिए 'तकनीकी मुद्दों' का हवाला दिया है. हालांकि ऐसी खबरें हैं कि वे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं क्योंकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ कलबुर्गी लोकसभा सीट पर पार्टी उन्हें टिकट दे सकती है.
चारों विधायक के शुक्रवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होने से पार्टी में दरार सामने आ गई. कर्नाटक में जेडीएस के साथ पार्टी की गठबंधन सरकार को गिराने की बीजेपी की कथित कोशिश के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन के तौर पर यह बैठक बुलाई गई थी. इन चार विधायकों की अनुपस्थिति से सात महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर अभी कोई खतरा नहीं है लेकिन साथ ही यह संकेत दिए कि कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं है और वह अब भी असंतोष का सामना कर रही है. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: विपक्ष के PM उम्मीदवार के लिए कांग्रेस ने सबको बताया योग्य, BJP बोली- कुर्सी है या दरी?
कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने जारकीहोली से उन मीडिया रिपोर्टों पर भी स्पष्टीकरण मांगा है कि वह बीजेपी में शामिल हो रहे हैं और साथ ही दिल्ली और मुंबई में भगवा पार्टी के नेताओं से मुलाकात को लेकर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है. उनसे यह पूछा गया है कि उन्होंने इन खबरों का खंडन करने के लिए अभी तक कोई बयान जारी क्यों नहीं किया. सिद्धरमैया ने कहा कि आपके व्यवहार से लग रहा है कि आप भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्यता स्वेच्छा से छोड़ देंगे. आप कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर विधायक निर्वाचित हुए और संविधान के तहत पार्टी की सदस्यता नहीं छोड़ सकते.
बैठक के मद्देनजर कांग्रेस विधायक दल के नेता ने सभी पार्टी विधायकों को चेतावनी दी कि उनकी अनुपस्थिति को ‘‘गंभीरता’’ से लिया जाएगा और दलबदल विरोधी कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. सीएलपी बैठक के तुरंत बाद कांग्रेस विधायकों को बीजेपी की सरकार गिराने की कथित कोशिश के जवाब में शहर के बाहर एक रिजॉर्ट में ले जाया गया. बैठक में 76 विधायक शामिल हुए. गुरुग्राम में एक लक्जरी होटल में ठहरे हुए बीजेपी विधायक घर लौट आए हैं.
भाषा इनपुट