नई दिल्ली: कर्नाटक में बहुमत परिक्षण के लिए बस चंद घंटे ही बचे है. इस बीच कांग्रेस के लिए सुप्रीम कोर्ट से एक बुरी खबर आई है. सर्वोच्च न्यायालय ने प्रो-टेम स्पीकर के तौर पर केजी बोपैया की नियुक्ति को चुनौती देनेवाली कांग्रेस की याचिका खारिज कर दिया है.
कोर्ट ने इसके साथ ही सदन की कार्यवाही में पारदर्शिता लाने के लिए फ्लोर टेस्ट को लाइव ब्रॉडकास्ट करने का आदेश दिया है. वहीं खबर है की विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर 200 मार्शल तैनात रहेंगे. कर्नाटक विधानसभा के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
न्यायमूर्ति ए.के.सीकरी, न्यायमूर्ति एस.ए.बोब्डे और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की सदस्यता वाली पीठ ने कर्नाटक सरकार के इस बयान को दर्ज किया कि विधानसभा की कार्यवाही का सीधा प्रसारण कराया जाएगा. अदालत ने यह भी कहा कि कई क्षेत्रीय चैनलों को टेलीकास्ट के लिए लाइव फीड उपलब्ध कराई जाएगी.
राज्यपाल वजुभाई वाला ने कल बीजेपी के केजी बोपैया को प्रोटेम स्पीकर बनाया था. प्रोटेम स्पीकर के पास वही पॉवर होंगे, जो पूर्णकालिक स्पीकर के पास होते हैं. प्रोटेम स्पीकर नई विधानसभा में चुन कर आए विधायकों को शपथग्रहण तो कराएंगे ही लेकिन सबसे बड़ी बात उनकी पॉवर की है. अपने पॉवर की बदौलत वे दल-बदल कानून पर सत्तारूढ सरकार की नैया पार करा सकते हैं.
बीजेपी नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 8 सीट कम पड़ रही है. गौरतलब है कि इस चुनाव में बीजेपी 104 सीटें जीतकर राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है. जबकि कांग्रेस के खाते में 78 और जेडीए ने 38 सीटों पर कब्जा जमाया है.
बीजेपी के विधायक बेंगलुरु में शांगरी-ला होटल में ठहरे हुए हैं. जहां थोड़ी देर में येदियुरप्पा पहुंचेंगे. वहीं, कांग्रेस-जेडीएस के विधायक हैदराबाद से विशेष बसों में कड़ी सुरक्षा के बीच आज सुबह बेंगलुरु पहुंचे. कांग्रेस-जेडीएस अपने-अपने विधायकों को होटल हिल्टन में ठहरा रहे हैं. जहां से सभी विधायक सीधे विधानसभा जाएंगे.