झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: दूसरे चरण में 20 सीटों के लिए हुई 64.39 फीसदी वोटिंग
झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 (File Photo)

झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में शनिवार को बीस सीटों के लिए 64.39 प्रतिशत मतदान हुआ. झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने बताया कि राज्य विधानसभा चुनावों के दूसरे चरण में आज शाम पांच बजे मतदान संपन्न होने तक कुल 64.39 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि सिसई और खूंटी के अटकी और चाईबासा को छोड़कर अन्य सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने की खबर है. मतदान के दौरान सिसई में सुरक्षा बलों की ग्रामीणों से झड़प के बाद सुरक्षा बलों की गोलीबारी में एक ग्रामीण की मौत हो गयी और दो अन्य घायल हो गये. एक अन्य घटना में शाम लगभग चार बजे मतदान करवा कर लौट रहे दल पर नक्सलियों ने अटकी के गितिल बेड़ा में घात लगाकर गोलीबारी की और ईवीएम लूटने की कोशिश की लेकिन सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई से नक्सली जंगलों में भागने को मजबूर हो गये. इस घटना में अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.

अपर पुलिस महानिदेशक एवं झारखंड चुनावों में सुरक्षा मामलों के नोडल अधिकारी मुरारीलाल मीणा ने बताया कि सिसई में सुबह ग्रामीणों और सुरक्षाकर्मियों में किसी बात को लेकर झड़प हो गयी जिसका लाभ उठाकर कुछ असामाजिक तत्वों ने बूथ नंबर 36 पर आरपीएफ के जवानों से हथियार छीनने की कोशिश की जिसके बाद आरपीएफ की गोलीबारी में एक ग्रामीण की मौत हो गयी जबकि दो अन्य व्यक्ति घायल हो गये जिनका इलाज अस्पताल में किया गया. घायल दोनों लोगों की हालत खतरे से बाहर बतायी गयी है. उन्होंने बताया कि एक घायल व्यक्ति जिसके पैर में गोली लगी है उसे इलाज के लिए रांची के रिम्स लाया गया है. चौबे ने बताया कि खूंटी के तमाड़ विधानसभा क्षेत्र के मारंगबुरू में मतदान केन्द्र संख्या 132 पर मतदान कराकर वापस लौट रहे मतदान दल पर घात लगाये बैठे नक्सलियों ने अटकी के गितिल बेड़ा में हमला बोल दिया लेकिन मतदान दल की सुरक्षा में चल रहे सुरक्षा कर्मियों ने जब नक्सलियों पर जवाबी गोलीबारी की तो नक्सली जंगल में भाग निकले.

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इस घटना में मतदान दल या ईवीएम को किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है और वह अपने गंतव्य तक पहुंच गये हैं. उन्हों ने बताया कि सिसई के मतदान केन्द्र संख्या 36 पर इस घटना के चलते मतदान बाधित हो गया और यहां पुनर्मतदान कराये जाने की संभावना है. संबद्ध विधानसभा क्षेत्र के जिला निर्वाचन पदाधिकारी की घटना के बारे में जांच रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है.  उन्होंने बताया कि एक अन्य घटना में लोगों को डराने के लिए नक्सलियों ने हताशा में चाईबासा में मतदान केन्द्र संख्या 84 पर मतदान कर्मियों की खाली खड़ी एक बस को आग लगाकर जला दिया लेकिन इसका चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. उन्होंने बताया कि आज मतदान समाप्ति के समय शाम पांच बजे तक सबसे अधिक मतदान 75.36 प्रतिशत नक्सल प्रभावित बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र में दर्ज किया गया.

चौबे ने बताया कि आज बहरागोड़ा में 75.36 प्रतिशत, घाटशिला में 70.37, पोटका में 67.87, जुगसलाई में 65.78, जमशेदपुर पूर्वी में 53.59, जमशेदपुर पश्चिमी में 53.60, सराइकेला में 60.05, चाईबासा में 65.09, मझगांवा में 66.84, जगन्नाथपुर में 62.57, मनोहरपुर में 60.03, चक्रधरपुर में 65.61, खरसांवां में 62.22, तमाड़ में 68.11, तोरपा में 64.24, खूंटी में 63.66, मांडर में 67.52, सिसई में 68.60, सिमडेगा में 64.74, कोलेबीरा में 65.48 प्रतिशत मतदान होने की सूचना है. पूर्वी सिंहभूम जिले में घाटशिला उपमंडल में मतदान केन्द्र संख्या 234 पर चुनाव ड्यूटी पर तैनात एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक हरिश्चंद्र गिरी की आज हृदय गति रुकने से असामयिक मृत्यु हो गयी। वह 44 वर्ष के थे. पुलिस सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ के रहने वाले सहायक पुलिस उपनिरीक्षक हरिश्चंद्र गिरी की पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला उपमंडल में बहरागोड़ा पुलिस थाना क्षेत्र में बरसोले में मतदान केन्द्र 234 पर तैनाती के दौरान हृदय गति रुकने से मौत हो गयी.

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इस चरण में 20 सीटों के लिए 48,250,38 मतदाताओं में से लगभग 64 प्रतिशत ने 260 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम मशीनों में बंद कर दिया. इससे पूर्व इस चरण में कुल बीस सीटों के लिए भारी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान हुआ. इस चरण में 260 उम्मीदवारों में कुल 29 महिला उम्मीदवार और 73 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में है.

इससे पूर्व 30 नवंबर को हुए प्रथम चरण में 13 विधानसभा क्षेत्रों में वर्ष 2014 के मुकाबले लगभग तीन प्रतिशत अधिक 66.52 प्रतिशत मतदान हुआ था. दूसरे चरण में जमशेदपुर पूर्वी से राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास, उनके प्रतिद्वंद्वी उन्हीं के मंत्रिमंडल के सहयोगी रहे सरयू राय, सिसई से झारखंड विधानसभाध्यक्ष दिनेश उरांव, खूंटी से ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, जुगसलाई से आजसू नेता और राज्य के जलसंसाधन मंत्री रामचंद्र सहिस, चक्रधरपुर से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा, घाटशिला सीट से आजसू में शामिल कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा सांसद प्रदीप बालमुचु, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष महगांवा से सालखन मुर्मू, मांडर से झारखंड विकास मोर्चा के पूर्व मंत्री बंधू तिर्की अपना भाग्य आजमा रहे थे.

इस सबसे महत्वपूर्ण चरण में जहां भाजपा सभी 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा 14 सीटों पर और कांग्रेस छह सीटों पर मैदान में थी. आजसू 12 सीटों पर, झारखंड विकास मोर्चा सभी 20 सीटों पर बसपा 14 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी। भाकपा के दो, माकपा के एक और राष्ट्रवादी कांग्रेस के दो प्रत्याशी भी मैदान में थे। इस दौर में तृणमूल कांग्रेस के भी छह उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे.