नई दिल्ली, 15 जनवरी : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से हाल ही में भारत का नक्शा गलत तरीके से दिखाने पर भारत सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई है. नक्शे में जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) और लद्दाख (Ladakh) को भारत से अलग दिखाए जाने पर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भारत के प्रतिनिधि ने डब्ल्यूएचओ प्रमुख के समक्ष इस मसले को उठाया है. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस मुद्दे को जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत इंद्रमणि पांडे ने डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस अदनोम घेब्येयियस के सामने उठाया है.
भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के स्थायी प्रतिनिधि इंद्रमणि पांडे द्वारा भेजे गए पत्र में संस्था के प्रमुख को कहा गया है कि डब्ल्यूएचओ के कई वेबपोर्टल पर भारत के नक्शे को गलत तरीके से दिखाया गया है. ऐसे में सभी नक्शों को तुरंत हटाया जाए और गलती का सुधार किया जाए. डब्ल्यूएचओ के कदम पर पांडे ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए मानचित्रों को हटाने के लिए उनके तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है. यह भी पढ़ें : देश की खबरें | प्रधानमंत्री मोदी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कोविड-19 से निपटने पर वैश्विक साझेदारी पर चर्चा की
एक महीने में यह तीसरी बार है जब भारत ने डब्ल्यूएचओ के साथ इस मुद्दे को उठाया है. दरअसल वैश्विक स्वास्थ्य निकाय की वेबसाइट पर जारी एक नक्शे में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को भारत से अलग दिखाया था, जिस पर काफी विवाद हुआ था.
डब्ल्यूएचओ इन दिनों काफी विवादों पर रहा है. कोविड-19 महामारी के दौरान चीन का पक्ष लेने पर अमेरिका और अन्य देशों की ओर से इसे भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ को चीन की कठपुतली करार दिया है.