हिमाचल में बारिश से तबाही: 700 से ज्यादा लोगों को बचाने के लिए बचान अभियान तेज, 9 लोगों को किया एयर लिफ्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने प्रदेश में आई आपदा की जानकारी ली है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात कर पूरी जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने पूरी स्थिती को पीएम के सामने रखा.
शिमला: हिमाचल प्रदेश में 21 से 23 सितंबर तक हुई बारिश और बर्फबारी से जान के साथ माल का भी काफी नुकसान हुआ है. लगातार मौतों का सिलसिला जारी है. वही सूबे में बर्फबारी और भूस्खलन के बाद फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकालने का काम तेजी से चल रहा है. दो दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी भारतीय वायुसेना लगातार लोगों को सुरक्षित निकाल रही है. बचाव कार्य के दौरान अब तक 672 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है. गुरुवार सुबह 9 लोगों को हेलिकॉप्टर के जरिए वायुसेना के जवानों ने एयरलिफ्ट किया.
बचाव कार्य के दौरान सरचू में एक कैम्प से नौ लोगों को एयरलिफ्ट कर कुल्लू पहुंचाया गया है, जिनमें तीन जर्मन नागरिक हैं. इन सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. उन्हें राज्य के अलग-अलग स्थानों से बचाकर सरचू पहुंचाया गया था. यह भी पढ़े-हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी, 15,00 लोग अभी भी हैं फंसे
जानकारी के अनुसार तीन दिन में प्रदेश को 220 करोड़ का नुकसान हुआ है. साथ ही लाहौल-स्पीति में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए बीआरओ जवान अहम योगदान दे रहे हैं. जवान अपनी जान की परवाह किये बिना कई फीट ऊंची बर्फ की दीवारों को काटकर मार्ग बहाली के कार्य में जुटे हैं. बुधवार देर शाम तक करीब 350 लोगों मनाली (Manali) पहुंचा गया है. रोहतांग टनल की चीफ इंजीनियर एनएम चन्द्राणा ने यह जानकारी दी है. यह भी पढ़े-हिमाचल प्रदेश, पंजाब समेत कई राज्यों में बारिश का कहर, अब तक 25 लोगों की मौत
प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम से जाना हाल
वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने प्रदेश में आई आपदा की जानकारी ली है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात कर पूरी जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने पूरी स्थिती को पीएम के सामने रखा. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री (Prime Minister) ने आपदा से हुए नुकसान पर संवेदनाएं जताई और हर संभव मदद का आश्वासन दिया. साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत और बचाव कार्य आज भी जारी है.
वही पूरे हिमाचल में मंगलवार और बुधवार को दो दिन में 1200 के करीब लोग रेस्क्यू किए गए हैं. इनमें बड़ी संख्या में विदेशी टूरिस्ट भी शामिल हैं.