चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections 2019) में बीजेपी (BJP) भले ही सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन वह बहुमत के लिए जरुरी आंकड़ों से अब भी दूर है. इसी के चलते दिल्ली से लेकर हरियाणा तक मैराथन बैठकों का दौर जारी है. सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) आगे की रणनीति बनाने के लिए दिल्ली आए है. माना जा रहा है कि बीजेपी हाईकमान के साथ चर्चा के बाद खट्टर आज हरियाणा में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते है. रिपोर्ट्स की मानें तो करीब पांच निर्दलीय विधायक बीजेपी को समर्थन दे रहे है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जल्द ही बीजेपी निर्दलीय विधायकों के सर्मथन का ऐलान करने वाली है. वहीं आज दोपहर तक बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से दो निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान और धर्मपाल गोंदर मुलाकात करेंगे. क्रमशः दादरी सीट और नीलोखेड़ी से जीते ये निर्दलीय विधायक हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर से भी मुलाकात करेंगे.
हरियाणा में बीजेपी और अन्य दलों के जीते हुए बागी निर्दलीय विधायक सरकार बनाने में संजीवनी का काम कर सकते है. इसमें रनिया विधानसभा से रंजीत सिंह, दादरी विधानसभा से सोमबीर सांगवान, मेहम विधानसभा से बलराज कुंडू, नीलोखेरी विधानसभा से धर्मपाल गोंडर, प्रिथला विधानसभा से नयनपाल रावत, पुंडरी विधानसभा से रणधीर सिंह गोलन और बादशाहपुर विधानसभा से राकेश दौलताबाद का नाम शामिल है.
बीजेपी हरियाणा प्रभारी अनिल जैन ने कहा कि हम फिर से राज्य में सरकार बनाएंगे-
BJP Haryana In-charge Anil Jain: With the blessing of people of Haryana, we will again form government in the state. We have emerged as the single largest party. pic.twitter.com/60ead1jz6w
— ANI (@ANI) October 25, 2019
हरियाणा में चुनाव नतीजे बीजेपी के लिए निराशाजनक आए है. लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी को राज्य की सभी 10 सीटों पर जीत मिली थी और उसे इस बार विधानसभा में 75 से अधिक सीटों पर जीत की उम्मीद थी. हालांकि बीजेपी 40 सीटों पर सिमट गई, लेकिन सरकार बनाने के लिए 46 विधायकों के समर्थन की जरुरत है इसलिए बीजेपी को सूबे में दोबारा सत्ता बनाने के लिए सबसे बेहतर विकल्प निर्दलीय विधायक ही दिख रहे है. क्योकि बीजेपी के लिए जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से गठबंधन करना ज्यादा मंहगा साबित हो सकता है.