नई दिल्ली: चुनाव आयोग मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम शनिवार को घोषित कर सकता है. समझा जाता है कि हाल ही में समय से पहले भंग की गयी तेलंगाना विधानसभा के लिये भी इन राज्यों के साथ चुनाव की तारीख घोषित की जा सकती है.
आयोग ने शनिवार को दोपहर बाद संवाददाता सम्मेलन बुलाया है. हालांकि आयोग ने पूर्व निर्धारित संवाददाता सम्मेलन के कार्यक्रम में तब्दीली कर इसे ढाई घंटे विलंबित कर दिया. आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि संवाददाता सम्मेलन को मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत और चुनाव आयुक्त अशोक लवासा एवं सुनील अरोड़ा संबोधित करेंगे.
आयोग के अधिकारियों ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित किये जाने के बारे में कोई जवाब नहीं दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज राजस्थान के अजमेर में अपराह्न एक बजे के करीब जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम है. उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा के अगले महीने पूरे पूरे हो रहे कार्यकाल को देखते हुये इन राज्यों में चुनाव प्रक्रिया दिसंबर के पहले हफ्ते तक पूरा किया जाना अनिवार्य है.
वहीं गत छह सितंबर को तेलंगाना के तत्कालीन मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की सरकार की सिफारिश पर राज्य विधानसभा को भंग किये जाने के कारण चार राज्यों के साथ वहां भी आयोग द्वारा चुनाव कराने की संभावना है. पिछली विधानसभा के निर्धारित कार्यकाल को देखते हुये तेलंगाना विधानसभा के चुनाव अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ कराये जाने थे.
आयोग के सूत्रों के अनुसार 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिये चुनाव दो चरणों में होने की उम्मीद है. जबकि शेष राज्यों में एक ही दौर में चुनाव हो सकते हैं. छत्तीसगढ़ विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के पास 49 और कांग्रेस के पास 39 सीटों के अलावा एक एक सीट बसपा और निर्दलीय के खाते में है.
राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के पास 163 और कांग्रेस तथा अन्य के पास 37 सीटें हैं. जबकि 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के 165, कांग्रेस के 57, बसपा के चार और तीन निर्दलीय विधायक हैं. मिजोरम की 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस 34 विधायकों के साथ सत्तारूढ़ है. तेलंगाना में विधानसभा सीटों की संख्या 119 है.