पूर्व सांसद और महिला कांग्रेस प्रमुख सुष्मिता देव ने 30 साल बाद पार्टी को कहा अलविदा, BJP बोली- वह हमारे संपर्क में नहीं
पूर्व कांग्रेस नेता सुष्मिता देव (Photo Credits: PTI)

गुवाहाटी: असम (Assam) में कांग्रेस (Congress) को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद सुष्मिता देव (Sushmita Dev) ने सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. महिला कांग्रेस प्रमुख सुष्मिता देव ने अपना इस्तीफा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा है. हालांकि बीजेपी को ओर से बताया गया है कि देव फिलहाल उनके संपर्क में नहीं है. इस बीच, पार्टी के नेता हाल के घटनाक्रम पर चुप्पी साधे हुए हैं. सीट बंटवारे पर मतभेद की खबरों के बीच कांग्रेस ने कहा: सुष्मिता देव पार्टी के साथ

असम से सांसद और बीजेपी महासचिव डॉ राजदीप रॉय (Rajdeep Roy) ने कहा “सुष्मिता देव फिलहाल बीजेपी में शामिल नहीं हो रही हैं. जैसा की मुझे पता है वह बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में नहीं हैं. कांग्रेस से उनका इस्तीफा उनका निजी फैसला है.”

सुष्मिता ने अपने त्यागपत्र में पार्टी छोड़ने के कारण का कोई उल्लेख नहीं किया, हालांकि उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही खुद को मिले मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए सोनिया गांधी और पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं आशा करती हूं जब मैं जनसेवा के अपने जीवन में नया अध्याय शुरू करने जा रही हूं तो आपकी शुभकामनाएं मेरे साथ होंगी.’’

उनके अगले राजनीतिक कदम के बारे में फिलहाल कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है, हालांकि उनके करीबी कुछ सूत्रों का कहना है कि वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं. कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद सुष्मिता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर अपने प्रोफाइल से संबंधित कुछ जानकारियां बदल दीं. उन्होंने अपने प्रोफाइल में ‘कांग्रेस की पूर्व सदस्य’ और ‘अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष’ लिख दिया है.

बात दें कि देब ने राष्ट्रीय राजधानी में नई नियुक्त असम कांग्रेस टीम के साथ सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी से मुलाकात के दो दिन बाद इस्तीफा दिया है. देब स्वर्गीय पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संतोष मोहन देब की बेटी हैं. वह असम के सिलचर से लोकसभा सदस्य रही हैं. असम विधानसभा चुनाव से पहले, अफवाहें थीं कि वह पार्टी छोड़ रही हैं. इसी साल मार्च में एआईयूडीएफ के साथ सीट बंटवारे पर पार्टी नेताओं में मतभेद के बीच सुष्मिता के इस्तीफे की खबर आई थी. हालांकि, उन्होंने तब पार्टी छोड़ने की बात को नकारा था.