फतेहपुर लोकसभा सीट 2019 के चुनाव परिणाम: बीजेपी से साध्वी निरंजन ज्योति आगे, बीएसपी नंबर 2 पर
फतेहपुर कौन बनेगा किंग ( फाइल फोटो )

Fatehpur Lok Sabha constituency: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर लोकसभा सीट का रुझान आना शुरू हो गया है. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने साध्वी निरंजन ज्योति को फिर मैदान में उतारा है. जो की आगे चल रही हैं. वहीं एसपी-बीएसपी ने सुखदेव प्रसाद पर दांव खेला है तो वहीं कांग्रेस ने जीत की जिम्मेदारी का कमान राकेश सचान को सौंपी है. साल 2014 में मोदी लहर का फायदा बीजेपी को जबरदस्त मिला था. उत्तर प्रदेश के दो मुख्य विपक्षी नेता अखिलेश यादव और मायावती के साथ चुनाव लड़ने से उत्तर प्रदेश की राजनीति में नया मोड़ आ गया है.

उतर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 49वें नंबर की फतेहपुर लोकसभा सीट है. इसे देश की हाई प्रोफाइल सीटों में गीना जाता है. वीपी सिंह  ने फतेहपुर लोकसभा में मोटरसाइकल से घूम-घूमकर वोट मांगे थे और जनता दल से चुनाव जीतकर देश के प्रधानमंत्री बने थे. फतेहपुर लोकसभा सीट पर आजादी के बाद से अभी तक 16 बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं. लोकसभा सीट से 2014 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर साध्वी निरंजन ज्योति सांसद चुनीं गईं.

साल 2014 में मोदी लहर का फायदा बीजेपी को जबरदस्त मिला था. लेकिन इस बार विपक्ष लगातार कई मुद्दों पर मोदी सरकार पर हमला कर रही है.

फतेहपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत 6 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें फतेहपुर, जहानाबाद, बिन्दकी, अयाह शाह, खागा और हुसैनगंज विधानसभा सीट शामिल हैं.

यह भी पढ़ें:- अमेठी  सीट: कांग्रेस के सबसे मजबूत गढ़ में क्या स्मृति ईरानी करेंगी कमाल ?

ऐसा था 2014 का चुनावी परिणाम

बीजेपी: निरंजन ज्योति, 4,85,994 वोट मिले

बसपा: अफजल सिद्दीकी, 2,98,788 वोट मिले

सपा: राकेश सचान, 1,79,724 वोट मिले

कांग्रेस: उषा मौर्य, 46,588 वोट मिले

जातिगत समीकरण/वोटर

2014 के लोकसभा चुनाव में फतेहपुर संसदीय सीट पर 58.55 फीसदी मतदान हुआ था. इस चुनाव में 1804753 मतदाताओं ने अपने मतों का इस्तेमाल किया था, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 54 प्रतिशत और महिला मतदाताओं की संख्या 45 प्रतिशत थी. यहां 86 प्रतिशत आबादी हिंदू और 13 प्रतिशत मुस्लिमों की है.

बता दें कि बिहार की कुल 40 सीटों पर सात चरणों में वोट डाले गए थे. 11 अप्रैल 2019 को पहले चरण के लिए वोट डाले गए तो वहीं 19 मई को आखिरी चरण का मतदान संपन्न हुआ. पहले चरण में कुल 91 सीटों के लिए वोट डाले गए. दूसरे चरण में 97, तीसरे चरण में 117, चौथे चरण में 71, पांचवे चरण में 51, छठे चरण में 59 और सातवें चरण में 59 लोकसभा सीटों के वोट डाले गए.