Election Results 2021: केरल, असम, बंगाल और पुडूचेरी से कांग्रेस का सफाया, राहुल-प्रियंका के सामने चुनौतियां हुईं और बड़ी
असम, केरल और पुडुचेरी में कांग्रेस की बड़ी हार हुई है. वहीं पश्चिम बंगाल से कांग्रेस का सफाया हो गया. तमाम राज्यों में पार्टी की शिकस्त ने एक बार फिर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व और उनकी रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह हार राहुल गांधी के लिए बड़ा झटका है.
नई दिल्ली: 4 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में हुए इन चुनावों में कांग्रेस (Congress) अपनी हार के सिलसिले को तोड़ने में नाकाम रही. खासकर असम, केरल और पुडूचेरी में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी. लेकिन कांग्रेस यहां भी नाकामयाब साबित हुई. असम, केरल और पुडुचेरी में कांग्रेस की बड़ी हार हुई है. वहीं पश्चिम बंगाल से कांग्रेस का सफाया हो गया. तमाम राज्यों में पार्टी की शिकस्त ने एक बार फिर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के नेतृत्व और उनकी रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह हार राहुल गांधी के लिए बड़ा झटका है. Assembly Election Result 2021: जनादेश स्वीकार, मूल्यों और आदर्शों के लिए लड़ाई जारी रहेगी- राहुल गांधी.
कांग्रेस का खेमा राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग तेजी से उठा रहा था, उनके शुभचिंतक मान रहे थे कि केरल और असम में पार्टी यदि सरकार बनाने में सफल रही तो राहुल गांधी के फिर से अध्यक्ष पद संभालने का रास्ता साफ हो जाएगा. लेकिन जो नतीजे आए हैं, उसने फिर से राहुल गांधी के नेतृत्व को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है. राहुल और प्रियंका दोनों मिलकर पार्टी की डूबती नाव नहीं बचा सके. Assembly Election Result 2021: राहुल गांधी और उनकी चुनाव प्रबंधन टीम वांछित परिणाम पाने में रही विफल.
केरल के वायनाड से सांसद होने के बावजूद राहुल गांधी केरल में कांग्रेस को नहीं बचा सके. केरल की जिम्मेदारी राहुल गांधी के पास थी जबकि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने खुद को असम के प्रचार में लगा रखा था. वहीं पुडूचेरी और पश्चिम बंगाल में भी कांग्रेस की दुर्दशा हो गई. तमाम कोशिशों के बावजूद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को इन चुनावों में कुछ हाथ नहीं लगा. कांग्रेस के लिए राहत तमिलनाडु से मिली है जहां उसने DMK की मौजूदगी वाले गठबंधन में जीत दर्ज की है.
इन चुनाव नतीजों ने साफ कर दिया है कि सत्ता विरोधी माहौल के बाद भी कांग्रेस का मौजूदा नेतृत्व जनमत को लुभाने में कामयाब नहीं हो पा रहा है. एक के बाद एक कांग्रेस के हाथ बस हार लग रही है. कांग्रेस की यह हार विपक्ष के लिए बड़ा झटका है. कांग्रेस जिसे बीजेपी का प्रबल प्रतिद्वंदी समझा जाता है, उसका यह हाल पूरी विपक्षी खेमे के लिए चिंता का विषय है.