दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: अरविंद केजरीवाल ने इस बार इन 15 नेताओं का काटा टिकट, लोकसभा चुनाव में हारे उम्मीदवारों पर फिर खेला दांव
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( फोटो क्रेडिट- PTI )

नई दिल्ली:- Delhi Assembly Election 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 आठ फरवरी को होने वाला है. उससे पहले आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने 70 उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट जारी कर दिया है. इस बार आप (AAP) ने कई नए चेहरों पर दांव खेला है तो वहीं 15 ऐसे विधायक भी हैं जिनका पत्ता कट गया है. जिन विधायकों का नाम लिस्ट से कटा है उनके नाम तिमारपुर से पंकज पुष्कर, बवाना से मौजूदा विधायक रामचंद्र, मुंडका से सुखबीर दलाल, पटेल नगर से हजारीलाल चौहान, हरी नगर से जगदीप सिंह, द्वारका से आदर्श शास्त्री, दिल्ली कैंट से कमांडो सुरेंद्र, राजेंद्र नगर से विजेंद्र, कालकाजी से अवतार सिंह, बदरपुर से नारायण दत्त शर्मा, त्रिलोकपुरी से राजू दिन गान, कोंडली से मनोज कुमार, सीलमपुर से हाजी इशराक, गोकुलपुर से चौधरी फतेह सिंह ,मटिया महल से आसिम अहमद खान का टिकट काटा है.

बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पटपड़गंज सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं. वहीं आतिशी, राघव चड्ढा और दिलीप पांडे पर एक बार फिर आम आदमी पार्टी ने दांव खेला है. तीनों साल 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन वे हार गए थे. इस बार के चुनाव में 8 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. साल 2015 में आम ने 6 उम्मीदवारों को टिकट दिया था. यह भी पढ़ें:- दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: CM केजरीवाल को मात देने के लिए बीजेपी खेल सकती है मास्टरस्ट्रोक, उनके ही पुराने सहयोगी को नई दिल्ली से उतार सकती है मैदान में

दिल्ली विधानसभा में हैं कुल 70 सीटें

देश की राजधानी दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं. मौजूदा समय में केजरीवाल की पार्टी AAP के पाले में 62 सीटें हैं. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के पास 4 सीट और 4 सीटें रिक्त हैं. दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल साल 2015 से शुरू हुआ और 22 फरवरी 2020 तक रहेगा.

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 का परिणाम

दिल्ली विधानसभा 2015 के नतीजों पर नजर डालें तो आम आदमी पार्टी ने चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते 7 पर जीत दर्ज की थी. वहीं मोदी लहर के बाद भी बीजेपी महज 3 सीटों पर सिमट गई. इसके साथ लगातार दिल्ली में लहराने वाला कांग्रेस का परचम उतर गया और सूपड़ा साफ हो गया. साल 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी को चुनाव में कुल 54.3 फीसद वोट मिले. वहीं बीजेपी को 32.2 फीसद वोट मिले थे. 7 फरवरी 2015 को दिल्ली विधानसभा के वोटिंग हुई. 10 फरवरी को जब इसके नतीजे घोषित हुए थे.