दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: मतदान खत्म होने से पहले ही अखिलेश यादव ने दी सीएम अरविंद केजरीवाल को बधाई, कहां- काम बोलता है
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुभकामनाएं दी है. अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, दिल्ली के अभूतपूर्व कल्याण और विकास की निरंतरता की शुभकामनाएं. काम बोलता है.'
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2020) के लिए शनिवार को मतदान जारी है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला है. इस चुनाव में एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी अपने काम के दम पर सत्ता में वापस आने की गारंटी दे रही है तो दूसरी तरफ बीजेपी (BJP) भी जीत का दांव ठोक रही है. इस बीच शनिवार को मतदान के बीच ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) को शुभकामनाएं दी है. अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, दिल्ली के अभूतपूर्व कल्याण और विकास की निरंतरता की शुभकामनाएं. काम बोलता है.'
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर मतदान के नतीजें 11 फरवरी को आएंगे. नतीजों से पहले ही अखिलेश यादव ने सीएम केजरीवाल को शुभकानाएं दी हैं. 11 फरवरी को ये शुभकामनाएं कौन और किसे देता है ये आने वाले समय में पता चलेगा.
यहां देखें अखिलेश यादव का ट्वीट-
बता दें कि बीजेपी ने इस चुनाव में अभी तक सीएम उम्मीदवार नहीं घोषित किया है पार्टी पीएम मोदी के चेहरे के दम पर चुनाव में उतरी है. जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) ने सीएम केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के कामों को लेकर मैदान में उतरी है. ऐसे में राजधानी में कौन बाजी मारेगा यह 11 फरवरी यानि मंगलवार को साफ हो जाएगा.
आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. बीजेपी को उम्मीद है कि इस बार उनकी सत्ता में वापसी होगी तो वहीं अरविंद केजरीवाल को भरोसा है कि उनके काम जनता को पसंद आया है. जनता उन्हें अगले 5 साल जरुर देगी.
शनिवार को मतदान के बाद सीएम केजरीवाल ने कहा, मैं सभी से, विशेषकर महिलाओं से, आज वोट डालने की अपील करता हूं. मुझे उम्मीद है कि दिल्ली के लोग किए गए काम के आधार पर मतदान करेंगे. मुझे उम्मीद है कि आम आदमी पार्टी तीसरी बार सत्ता में वापस आएगी. साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 में से 67 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी को 3 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को इस चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली थी.