दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 2020: AAP ने 62 सीटों पर लहराया परचम, इन वजहों से दिल्ली में केजरीवाल ने लगाया जीत का हैट्रिक
देश की राजधानी दिल्ली में लगातार तीसरी बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है. आप ने दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों में से 62 सीटों पर जीत का परचम लहराया है, जबकि बीजेपी ने 8 सीटों पर कब्जा जमाया है, वहीं कांग्रेस पिछली बार की तरह इस बार भी अपना खाता नहीं खोल पाई. साल 2015 के बाद इस लोकसभी चुनाव में भी कांग्रेस को जीरों सीटें मिली हैं.
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में लगातार तीसरी बार आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की सरकार बनने जा रही है और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) एक बार फिर दिल्ली की सत्ता की कमान संभालने को तैयार हैं. मंगलवार को घोषित हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के नतीजों (Delhi Assembly Election Results) में आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला है, जबकि बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) को दिल्ली वासियों ने नकार दिया है. आप ने दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों में से 62 सीटों पर जीत का परचम लहराया है, जबकि बीजेपी ने 8 सीटों पर कब्जा जमाया है, वहीं कांग्रेस पिछली बार की तरह इस बार भी अपना खाता नहीं खोल पाई. साल 2015 के बाद इस लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस को जीरों सीटें मिलने के बाद दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने इस्तीफा दे दिया है.
11 फरवरी का दिन सीएम अरविंद केजरीवाल के लिए दोहरी खुशी का दिन साबित हुआ, क्योंकि एक ओर जहां दिल्ली वासियों ने लगातार तीसरी बार उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाया, तो वहीं दूसरी तरफ इसी दिन उनकी पत्नी का जन्म भी था. इसमें कोई दो राय नहीं है कि सीएम अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी ने विकास के मुद्दे पर प्रचंड जनादेश हासिल करते हुए दिल्ली में जीत का हैट्रिक लगाया है.
दिल्ली में केजरीवाल की हैट्रिक
चुनावी नतीजे सामने आने के बाद केजरीवाल ने आप की शानदार जीत को भारत माता की जीत कहकर बीजेपी को मुंहतोड़ जवाब दिया है. दरअसल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चुनावी प्रचार के दौरान दिल्ली की चुनावी लड़ाई को भारत माता के बच्चों और शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के बीच एक प्रतियोगिता के रूप में वर्णित किया था. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित बीजेपी के कुछ दिग्गज नेताओं ने आप प्रमुख के नाम के साथ आतंकवादी शब्द जोड़कर उनके खिलाफ बयान दिया था. वहीं केजरीवाल ने दिल्ली वासियों से अपील की थी कि अगर वो उन्हें अपना बेटा मानते हैं तो आप के लिए वोट करें और अगर उन्हें आतंकवादी मानते हैं तो फिर बीजेपी के लिए वोट करें. यह भी पढ़ें: दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 2020: AAP ने उन सीटों पर जीत का परचम लहराया, जहां CAA के खिलाफ जमकर हुए विरोध प्रदर्शन
विकास कार्यों से जीता लोगों का दिल
दरअसल, केजरीवाल ने दिल्ली में स्वास्थ्य सेवा से लेकर, शिक्षा, पानी, बिजली जैसे कई मुद्दों पर विश्वसनीय कार्यों के जरिए दिल्ली की जनता का भरोसा जीता. दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में मोहल्ला क्लीनिकों की स्थापना की. निम्न आय वर्ग के लोगों को आवास मुहैया कराए. इसके साथ ही सरकार द्वारा संचालित सरकारी स्कूलों में आवश्यक सुधार करवाए.
दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए पहले से ही केजरीवाल सरकार ने बिजली के बिलों में कटौती और मुफ्त पानी मुहैया कराने जैसी सुविधाएं प्रदान की है. महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर डीटीसी बसों में महिला यात्रियों के लिए मुफ्त बस की सवारी की सुविधा देकर केजरीवाल सरकार ने न सिर्फ हर वर्ग के लोगों का दिल जीता, बल्कि उनके बीच अपनी छवि को भी मजबूत बनाया.
2015 की तुलना में आप की 5 सीटें हुई कम
बता करें साल 2015 में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप पार्टी को 54.3 फीसदी वोट मिले थे, जबकि साल 2020 में आप का वोट प्रतिशत घटकर 53.6 फीसदी पर पहुंच गया. वहीं साल 2015 की तुलना में बीजेपी के वोट का प्रतिशत 32.8 फीसदी से बढ़कर 38.3 फीसदी हो गया है, लेकिन कांग्रेस के वोट प्रतिशत में भारी गिरावट दर्ज की गई है. यह भी पढ़ें: दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 2020: AAP की जीत पर पीएम मोदी और राजनाथ सिंह ने दी सीएम केजरीवाल को बधाई, ट्वीट कर कही ये बात
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के नतीजों के अनुसार, दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों में से आप को 62 सीटें मिली हैं, जबकि बीजेपी को 8 सीटों पर जीत मिली है. साल 2015 में आप ने 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार आप की 5 सीटें कम हो गई हैं. बीजेपी को साल 2015 में महज तीन सीटें मिली थीं, लेकिन कांग्रेस साल 2015 में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी और इस बार भी कांग्रेस अपना खाता खोलने में नाकाम रही.