नई दिल्ली. दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से कराने में जुटे राज्य चुनाव मुख्यालय ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. चुनाव आचार संहिता लागू होने से लेकर अब तक चुनाव मुख्यालय द्वारा जो दिन-रात काम किए जा रहे हैं, उनके दो मकसद हैं- विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 2019 के लोकसभा चुनाव से ऊपर पहुंचाना और राज्य चुनाव मुख्यालय की छवि को बेदाग रखना. शांतिपूर्ण मतदान कराने की तैयारी में जुटी टीमों ने 21 जनवरी को एक ही दिन में 228 एफआईआर दर्ज करवाईं. सभी एफआईआर आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित हैं. इन 228 एफआईआर से अलग 8 ऐसे मामले हैं जिनमें, डेयली इंट्री (डीडी) दर्ज कराई गई है.
दर्ज 228 एफआईआर में सबसे ज्यादा 13 आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ ही हैं, जो राज्य की सत्ताधारी पार्टी भी है. जबकि 6 एफआईआर आप की धुर-विरोधी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ भी दर्ज की गई है. दो एफआईआर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ हैं, जबकि 215 एफआईआर गैर-राजनीतिक दलों के खिलाफ दर्ज की गई हैं. यह भी पढ़े-दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: अरविंद केजरीवाल रोड शो के दौरान बोले- 5 साल के काम पर चुनाव लड़ रहे हैं
बुधवार को कश्मीरी गेट स्थित राज्य के चुनाव मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस-कांफ्रेस के दौरान यह जानकारी मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह ने दी. मंगलवार को दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में शस्त्र अधिनियम के तहत 210 मामले दर्ज किए गए. इनमें 231 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक कुंतल 31 किलोग्राम मादक पदार्थ भी जब्त किए गए.
मतदाताओं को ललचाने के कुल 12 मामले पूरी राजधानी में 21 जनवरी को दर्ज हुए। इन मामलों में कुछ ऐसे भी हैं, जिनमें अवैध चुनावी सभा-बैठकें आयोजित की गईं. गैर-कानूनी तरीके से चुनाव प्रचार प्रसार के लिए लाउडस्पीकर इस्तेमाल के भी कुछ मामले दर्ज किए गए.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आईएएनएस के बुधवार को बताया, "21 जनवरी को राज्य में आबकारी अधिनियम के तहत 562 मामले दर्ज हुए थे. जबकि 567 लोग गिरफ्तार किए गए. इसी तरह 289 गैर-लाइसेंसी हथियार, 337 कारतूस भी जब्त किए गए. 4504 लाइसेंसी हथियार भी जमा करवाए गए हैं। जबकि दिल्ली पुलिस अधिनियम के तहत 62599 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई."
पत्रकार वार्ता में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. रणबीर सिंह ने आगे कहा, "चुनाव कार्यालय और उसकी टीमों की सख्ती और दिन-रात की मेहनत का ही नतीजा है कि 21 जनवरी को एक ही दिन में दिल्ली में 1 करोड़ 15 लाख 29 हजार 920 रुपये की नकदी जब्त की जा सकी."