कोरोना वायरस पर संसद में बोले विदेश मंत्री जयशंकर- नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है सरकार
विदेश मंत्री एस जयशंकर (Photo Credits: IANS)

नयी दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर (Subrahmanyam Jaishankar) ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि कोरोना वायरस (COVID-19) का फैलना चिंता का विषय है तथा हम जिम्मेदारीपूर्वक इस पर प्रतिक्रिया दे रहे है. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार दुनिया किसी भी भाग में रहने वाले अपने नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. लोकसभा में कारेना वायरस के मुद्दे पर स्वत: संज्ञान के आधार पर बयान देते हुए एस जयशंकर ने कहा कि इटली में फंसे भारतीयों की मदद के लिये चिकित्सा दल भेजा गया है और जो जांच में नकारात्मक पाये जायेंगे, उन्हें यात्रा की अनुमति होगी . वहां नोडल आफिस स्थापित किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि ईरान में 6000 भारतीय फंसे हैं जिसमें महाराष्ट्र के 1100 श्रद्धालु और जम्मू कश्मीर के 300 छात्र शामिल हैं . विदेश मंत्री ने कहा कि प्रारंभिक जोर श्रद्धालुओं को वापस लाने का है जिसमें अधिकतर ईरान के कोम में फंसे हैं . उन्होंने कहा कि ईरान में फंसे भारतीय में से 529 के नमूने में से 229 जांच में नकारात्मक पाये गए हैं. जयशंकर ने कहा कि कोरोना वायरस का फैलना चिंता का विषय है और हम जिम्मेदारीपूर्वक इस पर प्रतिक्रिया दे रहे है और सरकार दुनिया किसी भी भाग में रहने वाले अपने नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है.

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जयशंकर ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप की मौजूदा स्थिति को देखते हुये किसी भी व्यक्ति की स्वदेश वापसी के लिए संक्रमण मुक्त होने के प्रमाणपत्र की अनिवार्यता का सख्ती से पालन किया जाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि वैश्विक कोरोना वायरस पर मंत्रिसमूह निगरानी रख रहा है और प्रधानमंत्री भी समय समय पर इसकी समीक्षा कर रहे हैं . उन्होंने कहा कि कोराना वायरस को फैलने रोकने के लिये और सख्त उपाए किये जा रहे हैं . उन्होंने कहा, ‘‘जो भी (उपाय) जरूरी है, वह कर रहे हैं .’’