नई दिल्ली, 4 जुलाई : प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के अधिकारी संदेसरा समूह और स्टर्लिग बायोटेक के प्रमोटर्स के साथ कथित संबंधों को लेकर कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल (Ahmed Patel) से एक सप्ताह में तीन बार पूछताछ कर चुके हैं. अब शुक्रवार को पटेल ने पलटवार करते हुए एजेंसी के सामने ही सवाल दाग दिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के बाद शुक्रवार को कहा कि उन्होंने ईडी के अधिकारियों के सारे सवालों के जवाब दिए, लेकिन वे मेरे इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे सके कि गुजरात सरकार में कौन है, जिसने संदेसरा समूह को फायदे पहुंचाए.
पटेल ने एक ट्वीट में कहा, ईडी के अधिकारियों का मेरे घर तीन बार आने के लिए धन्यवाद. मैंने उनके 128 सवालों में हरेक के जवाब दिए, लेकिन वे मेरे एक बुनियादी सवाल का जवाब नहीं दे सके कि गुजरात सरकार में वह कौन है, जिसने संदेसरा समूह को कई फायदे और सम्मान दिलाने के लिए जिम्मेदार है?
इससे पहले गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों द्वारा भगोड़े स्टर्लिग बायोटेक के प्रमोटरों के साथ संबंधों को लेकर घंटों की पूछताछ के बाद कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने कहा कि वित्तीय जांच एजेंसी कुछ दबाव में काम कर रही है. उन्होंने कहा कि 128 सवालों के जवाब देने के बावजूद उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है. ईडी ने पटेल से धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के तहत तीसरी बार पूछताछ की. इससे पहले उनसे 27 जून और फिर 30 जून को पूछताछ की गई थी.
पटेल ने मीडियाकर्मियों से कहा, आरोपों के आधार पर मुझसे 128 सवाल पूछे गए, लेकिन अभी तक मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला. एजेंसी मेरे जवाब से संतुष्ट थी, लेकिन सवाल राजनीतिक प्रतिशोध का है. मुझे नहीं पता कि वे किसके दबाव में काम कर रहे हैं. पटेल ने कहा कि वह और अधिक सवालों के जवाब देने के लिए भी तैयार हैं. जहां कांग्रेस ने पार्टी के कोषाध्यक्ष का भी बचाव किया है, वहीं पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने गुरुवार को कहा कि बीजेपी पटेल के हाथों 2017 में मिली हार को पचा नहीं पा रही है.