राहुल गांधी को फिर कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की हो रही है तैयारी? जल्द बुलाया जाएगा अधिवेशन
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2020) में करारी हार के बाद कांग्रेस (Congress) में फिर अंदरुनी कलह शुरू हो गई है. जिस वजह से कांग्रेस ने अपने नेताओं को आगाह भी किया है.
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2020) में करारी हार के बाद कांग्रेस (Congress) में फिर अंदरुनी कलह शुरू हो गई है. जिस वजह से कांग्रेस ने अपने नेताओं को आगाह भी किया है. इस बीच कांग्रेस ने बुधवार को संकेत दिया कि अगले कुछ हफ्तों के भीतर पार्टी का अधिवेशन बुलाया जा सकता है. अधिवेशन में पार्टी की वर्तमान स्थिति पर मंथन करने के साथ-साथ राहुल गांधी को दोबारा पार्टी की कमान देने की संभावनाओं को तलाशा जाएगा. हालांकि किसी बड़े कांग्रेसी नेता ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को फिर से पार्टी अध्यक्ष का पद देने को लेकर कुछ नहीं कहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने अभी तक यह जवाब नहीं दिया है कि वह पार्टी प्रमुख के रूप में वापसी करना चाहते हैं या नहीं. उन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनावों (Lok Sabha) में पार्टी की बुरी हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ दिया था. जिसके बाद पार्टी ने नये सिरे से माथापच्ची कर सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाया. कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया से कहीं अधिक लोकप्रिय हैं राहुल गांधी: सर्वे
दरअसल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी की बिगड़ती सेहत ने उन्हें सक्रीय राजनीति से दूर रखा है. बताया जा रहा है कि पार्टी की अधिकतर बैठकों में ख़राब स्वास्थ्य के चलते अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी शामिल नहीं हो पाती. लंबे समय से सोनिया ने किसी चुनावी अभियान में भी हिस्सा नहीं लिया है. जिससे पार्टी का प्रदर्शन प्रभावित हो रहा है. यहीं वजह है कि अब कांग्रेस को सक्रिय पार्टी अध्यक्ष की कमी महसूस हो रही है.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कांग्रेस अधिवेशन में देश के वर्तमान राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर चर्चा हो सकती है. इसके साथ ही इसमें राहुल गांधी के फिर से कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने को लेकर कुछ चर्चा अथवा निर्णय हो सकता है. यह अधिवेशन 15 मार्च से 15 अप्रैल के बीच होने की संभावना है.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार एक भी सीट नहीं मिली है. जिसके चलते कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने इस्तीफा दे दिया. जबकि उनसे पहले नतीजे आने के बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने इस्तीफा दिया. इसके अलावा पार्टी नेताओं के बीच जुबानी जंग भी छिड़ी हुई है.