कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की पीएम मोदी और राजनाथ सिंह को चुनौती, कहा- अगर नक्सलियों से मेरे संबंध हैं तो मुझे गिरफ्तार करें
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Photo Credit-PTI)

नई दिल्ली: भीमा कोरेगांव हिंसा की जांच कर रही पुणे पुलिस कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से इस मामले के कनेक्शन को तलाशने में जुटी है. पुणे पुलिस के डीसीपी सुहास बावचे के मुताबिक जरूरत पड़ने पर दिग्विजय सिंह को भी जांच में जुड़ने के लिए समन भेज सकते हैं. हालांकि, पूरे मामले में दिग्विजय सिंह का कहना है कि वह किसी भी तरह की पूछताछ के लिए तैयार हैं, साथ ही दिग्विजय ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वे अपनी असफलता छिपाने के उन पर आरोप लगा रही है.

मीडिया से बातचीत के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने उन तमाम रिपोर्ट्स का खंडन किया है जिनमें उनका माओवादियों से संबंध होने की आशंका जताई जा रही है. गौरतलब है कि पुणे पुलिस को भीमा-कोरेगांव मामले की जांच करते हुए एक पत्र मिला है. जिसमें उनका नंबर नक्सलियों के पास से बरामद हुआ है.

दिग्विजय सिंह ने दी पीएम मोदी को चुनौती

नक्सलियों के पास से अपने नंबर मिलने की बात पर दिग्विजय सिंह ने चुनौती देते हुए कहा, 'मैं प्रधान मंत्री मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस और महाराष्ट्र पुलिस को चुनौती देता हूं कि वे मेरे खिलाफ कोई सबूत ढूंढें. अगर वे ऐसा कर लेते हैं, तो वे मेरे खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं.' यह भी पढ़ें- माओवादियों के साथ कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के संबंध की आशंका, पुलिस कर सकती है पूछताछ!

बीजेपी अपनी कमियां छिपाने के लिए ले रही है नक्सलियों का सहारा 

दिग्विजय ने कहा, 'मैं भागने वाला नही हूं. जहां बुलाया जाएगा वहां पूछताछ के लिए हाजिर हो जाऊंगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मुझे देशद्रोही कहा था. मैं खुद चलकर थाने गया. पुलिस ने मुझे लिखकर दिया कि मेरे ऊपर कोई आरोप नहीं है. मेरे खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं है.' उन्होंने कहा कि बीजेपी अपनी कमियां छिपाने के लिए नक्सलियों का सहारा ले रही है.

नक्सलियों से जुड़े पत्र में मिला दिग्विजय सिंह का नंबर

भीमा-कोरेगांव हिंसा की जांच के दौरान पुणे पुलिस को नक्सलियों के दस्तावेज में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का फोन नंबर मिला है. इस पत्र में कहा गया था कि कई कांग्रेसी नेता हमारी मदद को तैयार हैं. इसी जांच में पुलिस ने जब गिरफ्तार माओवादी समर्थक नेताओं प्रकाश उर्फ रितुपन गोस्वामी और सुरेंद्र गाडलिंग के मोबाइल नंबरों की पड़ताल की, तो एक नंबर पर उनकी जिनसे बात हुई थी, वह कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का निकला.