मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर बोला हमला, कहा- उनके पास अरबों की संपत्ति कहां से आई?
CM शिवराज सिंह चौहान ( फोटो क्रेडिट- ANI)

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ (Kamal Nath) अगर उद्योगपति नहीं हैं तो उनके पास अरबों की संपत्ति कहां से आई. दमोह से कांग्रेस के विधायक रहे राहुल लोधी ने भाजपा की सदस्यता ले ली है. लोधी को सदस्यता दिलाते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कमल नाथ पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, "कमल नाथ को आत्मचिंतन करने की जरूरत है कि कांग्रेस की यह दुर्गति क्यों हो रही है? मुझे गाली देने से काम नहीं चलेगा. मुझे तो कांग्रेस के लोग इतने विशेषण दे रहे हैं, लेकिन मुझे फर्क नहीं पड़ता. कोई कहता है ये ट्रक भरकर नारियल लेकर चलता है, कोई कहता है भूखा-नंगा है. लेकिन मैंने कमल नाथ को उद्योगति कहा, तो बुरा मान गए. कह रहे हैं मैं उद्योगपति नहीं हूं. उनकी इस बात से एक सवाल मेरे मन में आया है कि अगर कमल नाथ उद्योगपति नहीं हैं, तो फिर ये अरबों की संपत्ति कहां से आई, जिसकी उन्होंने घोषणा की है? बिना उद्योग-धंधे के कमाई का अगर कोई तरीका है, तो उसे प्रदेश की जनता को भी बताना चाहिए."

चौहान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दिशाहीन और गतिहीन हो गई है. कमल नाथ ने मंत्री इमरती देवी पर टिप्पणी की. राहुल गांधी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण माना, क्षमा मांगी, लेकिन कमल नाथ ने माफी मांगने से मना कर दिया. कांग्रेस पार्टी ये किस दिशा में जा रही है. ऐसा लगता है, जैसे राहुल गांधी की कांग्रेस अलग है और कमल नाथकी कांग्रेस अलग है. सारी चीजें एक व्यक्ति के हाथों में केंद्रित हैं. पहले प्रदेश अध्यक्ष बन गए. मुख्यमंत्री की बात आई तो मुख्यमंत्री बन गए, नेता प्रतिपक्ष की बात आई, तो नेता प्रतिपक्ष बन गए. बीच में नकुल नाथ के युवाओं के नेता बनने की भी बात सामने आई थी. सब कुछ कमल नाथ, बाकी कांग्रेस अनाथ। ऐसा लगता है कि कांग्रेस बिखर रही है. यह भी पढ़े: Shivraj Singh Chouhan Attacks on Digvijay Singh: दिग्विजय सिंह के बयान पर शिवराज सिंह चौहान का पलटवार, कहा-कांग्रेस नेताओं को ये कहते शर्म नहीं आती, क्या पूरी कांग्रेस बिकाऊ है

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने सरकार में रहते विकास ठप कर दिया. कोई वादा और वचन निभाया नहीं. जनहित की सारी योजनाएं बंद कर दीं. इन सब चीजों से कांग्रेस के प्रति उन लोगों का मोहभंग हो रहा है, उम्मीद टूट रही है, जिनमें विकास की ललक है, जो अपने क्षेत्र और प्रदेश का विकास चाहते हैं. ऐसे लोग कांग्रेस छोड़ रहे हैं.