मोदी सरकार में अकाली दल की एक मात्र मंत्री हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat Kaur) ने कृषि बिलों के विरोध में गुरुवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफा देने के बाद सियासी महकमे में हलचल तेज हो गई है. वहीं, हरसिमरत कौर के इस्तीफे पर नेताओं का प्रतक्रिया भी सामने आने लगा है. इसी कड़ी में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt.Amarinder Singh) ने ट्वीट कर कहा, कि हरसिमरत कौर का इस्तीफा नाटक का हिस्सा बताया और कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है लेकिन अभी भी सत्तारूढ़ गठबंधन नहीं छोड़ा है. अकाली दल ने किसानों की समस्याओं से चिंतित होकर यह कदम नहीं उठाया है बल्कि उसे अपनी राजनीति को लेकर चिंता है.
बता दें कि इस्तीफा देने के बाद हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट कर कहा, मैंने किसान विरोधी अध्यादेशों और कानून के विरोध में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. किसानों के साथ उनकी बेटी और बहन के रूप में खड़े होने का गर्व है. पंजाब और हरियाणा में कृषि संबंधी तीन विधेयकों से नाराज सैकड़ों किसानों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. आंदोलन अब सड़कों पर शुरू हो गया है. जिसके चलते बुधवार को पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में प्रमुख राजमार्गों को रोक दिया गया था. ताकि संसद में इन्हें कानून न बनाया जा सके. यह भी पढ़ें:- NDA में कृषि संबंधी बिल पर फूट, हरसिमरत कौर बादल ने अपने पद से दिया इस्तीफा.
कैप्टन अमरिंदर सिंह का ट्वीट:-
Harsimrat Kaur’s decision to quit Union Cabinet is another in the long chain of theatrics being enacted by @Akali_Dal_ which has still not quit ruling coalition. It's motivated not by any concern for farmers but to save their own dwindling political fortunes. Too little too late.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) September 17, 2020
वहीं आंदोलन करने वाले प्रदर्शनकारियों ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर पंजाब के किसी भी सांसद ने संसद में कृषि विधेयकों का समर्थन किया तो उन्हें गांवों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. वहीं यह मसला अब सियासी रंग ले चुका है. अगर आने वाले समय में इसका को हल नहीं निकला तो आंदोलन और भी तेज हो सकता है और मोदी सरकार के लिए मुसीबतें बढ़ सकती हैं.