बुलढाणा लोकसभा सीट 2019 के चुनाव परिणाम: शिवसेना के प्रतापराव जाधव आगे
लढाणा लोकसभा सीट पर इस बार शिवसेना के वर्त्तमान सांसद प्रतापराव जाधव तो वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से डॉ राजेंद्र शिंगणे तो वहीं बीएसपी से अब्दुल हफीज अब्दुल अजीज चुनाव लड़ रहे है, बता दें की शिवसेना के वर्त्तमान सांसद प्रतापराव जाधव 2009 और 2014 में इस सीट से चुनाव जीत चुके है.
रविवार 19 मई को लोकसभा चुनाव 2019 संपन्न हो गए हैं. आज रिजल्ट का दिन है और शुरुआती रुझान भी आने शुरू हो गए हैं. इसी कड़ी में महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र की बुलढाणा सीट के रुझान भी आ रहे हैं. बुलढाणा में शिवसेना के प्रतापराव जाधव (Prataprao Jadhav) और एनसीपी (NCP) के डॉ राजेंद्र शिंगणे (Dr. Rajendra Shingane) के बीच मुख्य मुकाबला हैं. फिलहाल शिवसेना के प्रतापराव जाधव आगे चल रहे हैं. बता दें कि लोकसभा चुनावों के लिहाज से महाराष्ट्र एक अहम राज्य हैं जिसमें 48 लोकसभा सीट है. महाराष्ट्र में शुरुआत के 4 चरणों में लोकसभा चुनाव हुए थे. रविवार 19 मई को आये ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन से आगे रहने का अनुमान लगाया गया है.
महाराष्ट्र के बुलढाणा लोकसभा सीट पर प्रतापराव जाधव पिछले दो बार से चुनाव जीतते आ रहे है. पहली बार इस सीट से वे 2009 में चुनाव जीते. दूसरे बार 2014 में भी चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे. प्रतापराव जाधव को 2014 के लोकसभा चुनाव में 5,09,145 मिले थे. वहीं, एनसीपी उम्मीदवार कृष्णराव इंगले शिवसेना के उम्मदीवार जाधव को कड़ी टक्कर देते हुए 3,49,566 वोट प्राप्त किये थे. वहीं, बीएसपी उम्मीदवार अब्दुल हफीज अब्दुल अजीज को कुछ हजार वोटों से ही खुद को संतोष करना पड़ा. यह भी पढ़े: रामटेक लोकसभा सीट: जानें 2019 के उम्मीदवार, मौजूदा सांसद, मतदान की तारीख और चुनाव परिणाम
इस सीट का इतिहास कुछ ऐसा रहा
बुलढाणा लोकसभा सीट महाराष्ट्र के आस्तिव में आनें के बाद इस सीट पर 1957 पहली बार कांग्रेस को जीत मिली. जिसके बाद से इस सीट पर कांग्रेस का ही परचम लहराता आया. एक तरह से कहें तो कांग्रेस इस सीट को अपना गढ़ समझने लगी थी. लेकिन इस सीट पर पहली बार 1989 में बीजेपी के उम्मीदवार सुखदेव नानाजी यहां से चुनाव जीतने में सफल हुए. वहीं, शिवसेना को पहली बार 1996 में जीत हासिल हुई. हलांकि 1998 में कांग्रेस फिर यहां लौटी. कांग्रेस के मुकुल वासनिक यहां से सांसद बने. लेकिन यह सीट 1999 में शिवसेना के पास एक बार फिर से जाने के बाद से यह सीट शिवसेना से किसी ने छीन नहीं पाई.
कुल 6 विधानसभा सीट
महाराष्ट्र की बुलढाणा लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें बुलढाणा, चिखली, सिंदखेद राजा, मेहकर, खामगांव और जलगांव (जमोद) शामिल हैं.