श्रीनगर. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कश्मीर मामलों के राज्य प्रवक्ता अश्विनी कुमार चुरुंगू ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीरी पंडितों को राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर किसी के प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा, "कश्मीरी पंडितों को राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर किसी के प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है. कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और हमेशा रहेगा." उन्होंने कहा, "कुछ कश्मीरी पंडितों को हुर्रियत द्वारा छलने के प्रयास से पता चलता है कि वे हताश हैं और दोहरा खेल खेलने की कोशिश कर रहे हैं."
चुरुं गू ने हुर्रियत नेताओं को चेताते हुए कहा कि वह 'कश्मीरी पंडितों से अपने हाथ दूर रखें. इसके अलावा उन्होंने कश्मीरी पंडितों को एकजुट रहने की सलाह दी है. भाजपा नेता ने कहा कि 'हम कश्मीरी पंडितों को अपनी आवाज का हिस्सा बनाना चाहते हैं' जैसे दावे करते हुए अलगाववादी नेता कुछ दिनों से मीडिया में आ रहे हैं. यह भी पढ़े-प्रियंका गांधी ने कश्मीरी पंडितों को दी पारसी न्यू ईयर की बधाई, नवरेह की जगह नौरोज की शुभकामनाएं देने पर हुईं सोशल मीडिया पर ट्रोल
उन्होंने कहा, "इसके बाद से यह स्पष्ट करना महत्वपूर्ण हो जाता है कि एनआईए की जांच से कश्मीर में अलगाववादी तत्वों का असली चेहरा उजागर हुआ है."
उन्होंने जोर देकर कहा, "इन तत्वों को कश्मीर की तथाकथित आवाज के संदर्भ में कश्मीरी पंडित समुदाय के साथ किसी भी तरह के मेलमिलाप का सपना नहीं देखने के लिए सावधान किया जाता है."
उन्होंने कहा कि भाजपा का प्राथमिक लक्ष्य कश्मीर में शांति बहाल करना है और आतंकवाद के खात्मे के बाद ही शांति स्थापित की जा सकती है.