Maharashtra: एक बार फिर शिंदे-BJP गठबंधन की बड़ी जीत, राहुल नार्वेकर बने विधानसभा स्पीकर

विधानसभा स्पीकर के चुनाव में जीत के लिए 145 वोट चाहिए थे. राहुल नार्वेकर को 164 वोट मिले, जो जीत के लिए जरूरी 145 वोट से 19 ज्यादा हैं. वहीं उनके विरोध में राजन साल्वी को 107 वोट मिले.

CM एकनाथ शिंदे (Photo Credits ANI)

Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर चुनाव में बीजेपी गठबंधन के उम्मीदवार राहुल नार्वेकर जीत गए हैं. विधानसभा स्पीकर के चुनाव में जीत के लिए 145 वोट चाहिए थे. राहुल नार्वेकर (BJP MLA Rahul Narwekar) को 164 वोट मिले, जो जीत के लिए जरूरी 145 वोट से 19 ज्यादा हैं. वहीं उनके विरोध में राजन साल्वी को 107 वोट मिले. अब 4 जुलाई को सीएम शिंदे को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा. सपा और एआईएमआईएम के दो-दो विधायकों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया. महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर जिरवाल ने स्पीकर चुनाव में वोट नहीं डाला. जिरवाल ने कहा कि इसकी जरूरत नहीं है. Maharashtra: 'हमारा वजीर और जमीर अभी जिंदा है', महाराष्ट्र कि सियासत पर बोले संजय राउत

महाराष्ट्र विधानसभा का स्पीकर निर्वाचित होने के बाद राहुल नार्वेकर को देवेंद्र फडणवीस और अन्य वरिष्ठ नेता उन्हे आसन तक लेकर गए. राहुल नार्वेकर ने स्पीकर का आसन संभाल लिया है.  स्पीकर का चुनाव होने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सदन को लोकतंत्र का पवित्र मंदिर बताया और पुराने विधानसभा अध्यक्षों का भी जिक्र किया.

उन्होंने कहा "विधानसभा स्पीकर की एक गौरवशाली परंपरा रही है जिसपर सबकी नजर होनी चाहिए. आज देश-विदेश की नजरें महाराष्ट्र पर टिकी हैं और आप (राहुल नार्वेकर) आसन पर विराजमान हो रहे हैं. ये एक ऐतिहासिक पल है. बालासाहेब ठाकरे की मान्यताओं के आधार पर भाजपा-शिवसेना सरकार ने कार्यभार संभाला है. आज तक हमने देखा है कि लोग विपक्ष से सरकार में आते हैं लेकिन इस बार सरकार के नेता विपक्ष में आए."

वहीं, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में भाजपा-शिवसेना गठबंधन की यह सरकार महाराष्ट्र की सभी आकांक्षाओं को पूरा करने की कोशिश करेगी और हमें उम्मीद है कि आप (अध्यक्ष) इसके लिए अच्छा सहयोग देंगे."

राहुल नार्वेकर पेशे से वकील हैं. 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में राहुल पहली बार विधायक बने हैं. राहुल नार्वेकर शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से भी जुड़े थे. राहुल शिवसेना यूथ विंग के प्रवक्ता भी रहे हैं. 2014 में राहुल नार्वेकर को लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने टिकट नहीं दिया. इसके बाद राहुल NCP में शामिल हो गए थे.

एनसीपी ने राहुल नार्वेकर को मावल लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा था, लेकिन वह हार गए. बाद में राहुल भाजपा में शामिल हो गए थे. बता दें कि पूर्व की महाविकास अघाड़ी सरकार में कांग्रेस नेता नाना पटोले के इस्तीफा देने के बाद फरवरी 2021 से ही महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली था.

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