राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सोमवार को ट्रेन पर सियासत शुरू करते हुए दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को लाने के लिए अब 50 ट्रेनों का किराया देने की घोषणा की है. इससे पहले वह फंसे मजदूरों को लाने के लिए दो हजार बसों को सरकार को देने की बात कह चुके हैं. बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि वह बिहारी मजदूरों को लाने के लिए 50 ट्रेनों का किराया देने को तैयार हैं.
तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा, "15 साल वाली डबल इंजन सरकार अप्रवासी बिहारी मजदूरों को वापस नहीं लाने के बहाने रोज टाल-मटोल कर रही है. 5 दिनों में 3 ट्रेनों से लगभग 3500 लोग ही वापस आ पा रहे हैं. कभी किराया, कभी संसाधनों तो कभी नियमों का रोना रोते हैं. नीतीश सरकार की मंशा कतई मजदूरों को वापस लाने की नहीं है."
आदरणीय @NitishKumar जी, ग़रीब मज़दूरों की तरफ़ से 50 ट्रेनों का किराया राजद वहन करने के लिए एकदम तैयार है क्योंकि ड़बल इंजन सरकार सक्षम नहीं है।कृपया अब अविलंब प्रबन्ध करवाइए।@SushilModi जी- कुल जोड़ बता दिजीए, तुरंत चेक भिजवा दिया जाएगा। वैसे भी आपको खाता-बही देखने का शौक़ है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 4, 2020
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एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा, "राजद शुरुआती तौर पर बिहार सरकार को अपनी तरफ से 50 ट्रेन देने को तैयार है. हम मजदूरों की तरफ से इन 50 रेलगाड़ियों का किराया असमर्थ बिहार सरकार को देंगे. सरकार आगामी 5 दिनों में ट्रेनों का बंदोबस्त करे, पार्टी इसका किराया तुरंत सरकार के खाते में ट्रांसफर करेगी."