पटना, 20 अगस्त: राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) में घमासान मचा हुआ है. लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के दोनों बेटे आमने-सामने आ गए हैं. बताया जा रहा है कि लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) आज तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से मिलने के लिए राबड़ी आवास पहुंचे लेकिन उन्हें उनसे मिलने नहीं दिया गया. राबड़ी आवास पर हुई इस भारी बेइज्जती के बाद उन्होंने बगावत का बिगुल फूंक दिया है. बताया जा रहा है कि छोटे भाई से नहीं मिलने दिए जानें के बाद उन्होंने जनता दरबार लगाने की घोषणा की है.
क्या है विवाद की जड़?
गौरतलब हो कि राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagada Nand Singh) ने बीते बुधवार को तेज प्रताप यादव के करीबी माने जाने वाले आरजेडी छात्र अध्यक्ष आकाश यादव (Akash yadav) को उनके पद से हटा दिया, और उनकी जगह पर छात्र अध्यक्ष के रूप में गगन कुमार (Gagan kumar) को नियुक्ति कर दिया.
जगदानंद सिंह का कहना है छात्र अध्यक्ष का लंबे समय से पद खाली था इसलिए उन्होंने गगन कुमार की इस पद पर नियुक्ति की है. इसके अलावा उन्होंने पूर्व अध्यक्ष आकाश यादव के मामले पर मौन धारण कर रखा है. वहीं जगदानंद सिंह के इस बदलाव के बाद तेज प्रताप यादव तिलमिला उठे हैं. बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय जनता दल में मौजूदा कलह की यही मेन वजह है.
तेज प्रताप यादव ने संजय सिंह पर लगाए गंभीर आरोप:
बता दें संजय सिंह (Sanjay Singh) जगदानंद सिंह और तेजस्वी यादव के राजनीति सलाहकार हैं. तेज प्रताप यादव जब तेजस्वी यादव से मिलने के लिए राबड़ी आवास पहुंचे तो उनका कहना है संजय यादव ने उन्हें तेजस्वी से बात नहीं करने दी. उनका कहना है कि मेरी तेजस्वी से बात शुरू ही हुई थी कि संजय यादव ने उन्हें रोक दिया. इसके पश्चात् वह (तेजस्वी) उठकर चले गए. तेज प्रताप ने बताया कि संजय यादव उन दोनों भाइयों के बीच में आ रहे हैं और उन्हें अपनी बात एक दूसरे के सामने रखने से रोक रहे हैं.