Bihar Assembly Elections 2020: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का बिहार के मतदाताओं के नाम संदेश- दिल्ली-बिहार में बंदी सरकार, अब बदलाव की बयार
बिहार चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इस बार की चुनाव में सभी कि नजरें एनडीए (National Democratic Alliance) और महागाठबंधन पर है. क्योंकि इस माना जा रहा है कि इस बार दोनों दलों में कांटे की टक्कर है. वहीं, पहले चरण के चुनाव का प्रचार खत्म हो गया है. जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने सोनिया गांधी एनडीए पर हमला किया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि आज बिहार में सत्ता और उसके अहंकार में डूबी सरकार अपने रास्ते से अलग हट गई है. ना उनकी करनी अच्छी है, ना कथनी. किसान और युवा आज निराश है.अर्थव्यवस्था की नाजुक स्थिति लोगों के जीवन पर भारी पड़ रही है. बिहार की जनता की आवाज़ कांग्रेस महागठबंधन के साथ है.
बिहार चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इस बार की चुनाव में सभी कि नजरें एनडीए (National Democratic Alliance) और महागाठबंधन पर है. क्योंकि इस माना जा रहा है कि इस बार दोनों दलों में कांटे की टक्कर है. वहीं, पहले चरण के चुनाव का प्रचार खत्म हो गया है. जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने सोनिया गांधी एनडीए पर हमला किया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि आज बिहार में सत्ता और उसके अहंकार में डूबी सरकार अपने रास्ते से अलग हट गई है. ना उनकी करनी अच्छी है, ना कथनी. किसान और युवा आज निराश है.अर्थव्यवस्था की नाजुक स्थिति लोगों के जीवन पर भारी पड़ रही है. बिहार की जनता की आवाज़ कांग्रेस महागठबंधन के साथ है.
सोनिया गांधी ने कहा कि दिल्ली और बिहार की सरकारें बंदी सरकारें हैं इसलिए बंदी सरकार के खिलाफ एक नए बिहार के निर्माण के लिए बिहार की जनता तैयार है. अब बदलाव की बयार है. बिहार की जनता से मेरी अपील है कि वो महागठबंधन के उम्मीदवारों को वोट दें और नए बिहार का निमार्ण करें. उन्होंने कहा कि अपराध, बेरोजगारी, आर्थिक मंदी का दौर है. उन्होंने कहा कि अपराध के डर से सरकार नहीं बन सकती है. यह भी पढ़ें:- Bihar Assembly Election 2020: बिहार में पहले चरण का चुनाव प्रचार खत्म, 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर होगा मतदान, इन नेताओं के भविष्य का होगा फैसला.
ANI का ट्वीट:-
इससे पहले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर 'राजनीतिक विरोधियों और सिविल सोसायटी के सदस्यों को निशाना बनाने' को लेकर हमला किया है. साथ ही उन्होंने आगाह किया कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र चौराहे पर आ गया है, क्योंकि 'असंतोष को आतंकवाद या ब्रांडेड राष्ट्र-विरोधी गतिविधि के रूप में देखा जाने लगा है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय अर्थव्यवस्था गहरे संकट में है.