आजादी के अमृत महोत्सव पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने शुरू की पदयात्रा, रास्तेभर लोगों ने किया स्वागत
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल जी ने दूसरे दिन सैंकड़ों लोगों के साथ असलाली से सुबह आठ बजे पदयात्रा शुरू की. पदयात्रा के दौरान स्थानीय लोगों ने बहुत ही उत्साह, प्रेम और स्नेह से जैतलपुर पंचायत में उनका शानदार स्वागत किया, उन्होंने जैतलपुर में 200 साल पुराने प्राचीन स्वामीनारायण मंदिर में दर्शन किये और आशीर्वाद लिया.
नई दिल्ली, 13 मार्च: केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल जी ने दूसरे दिन सैंकड़ों लोगों के साथ असलाली से सुबह आठ बजे पदयात्रा शुरू की. पदयात्रा के दौरान स्थानीय लोगों ने बहुत ही उत्साह, प्रेम और स्नेह से जैतलपुर पंचायत में उनका शानदार स्वागत किया, उन्होंने जैतलपुर में 200 साल पुराने प्राचीन स्वामीनारायण मंदिर में दर्शन किये और आशीर्वाद लिया. मन्दिर के स्वामी जी भी श्री पटेल के साथ पदयात्रा में शामिल हुए और बरेजा तक पदयात्रा की. दोपहर के भोजन के लिए श्री पटेल और सभी पदयात्री बरेजा में ही रुके. शाम चार बजे फिर से दांडी यात्रा शुरू हुई, रास्ते में हज़ारों लोगों ने केंद्रीय मंत्री श्री पटेल और पदयात्रियों का फूलों से स्वागत किया. नवागाम में प्रवेश करते ही कलामबंधी स्कूल के बच्चों ने स्वागत करके सबका मन मोह लिया, यहां पर गांधी जी की वंदना भी गाई गई. गांधी जी अपनी दांडी यात्रा के दौरान इस स्कूल में रुके थे इसलिए यह स्कूल ऐतिहासिक महत्व रखता है.
18 किलोमीटर चलने के बाद पदयात्रा नवागाम ग्राम पंचायत पहुँची जहां सांसद श्री देवू सिंह चौहान जी ने केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल जी को गुजराती पगड़ी पहनाकर उनका स्वागत किया. और कहा कि ये नवागाम का और हम सबका सौभाग्य है कि श्री प्रहलाद सिंह पटेल यहाँ पर आए. केंद्रीय मंत्री श्री पटेल ने गांधी जी को सूत की माला पहनाकर माल्यार्पण किया. मंच पर आते ही उन्होंने सबसे पहले कहा कि सौभाग्यशाली आप नहीं बल्कि मैं हूँ जो मैं यहाँ पर आया. उन्होंने अपने साथ 15 राज्यों से आए सभी पदयात्रियों से खड़े होने का आग्रह किया और कहा कि इन सबका स्वागत कीजिये जो साबरमती से पदयात्रा करके यहां तक आए हैं. उन्होंने कहा कि हम सब सौभाग्यशाली हैं जो इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बन रहे हैं क्योंकि हम देश की आजादी के 75 वर्ष का जश्न मना रहे हैं. यह भी पढ़े: Dandi March: 91 साल बाद फिर शुरू हुआ ‘दांडी मार्च’, प्रधानमंत्री मोदी ने यात्रा को दिखाई हरी झंडी
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कि वर्तमान पीढ़ी को अतीत का ज्ञान होना चाहिए, उन्हें वो दर्द महसूस होना चाहिए जो देश की आजादी पाने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने सहा था. सेवा और त्याग भारत की पहचान है, हमारी संस्कृति हमारी ताकत है, जो हमारे बच्चों तक भी पहुँचनी चाहिए. अगर हम अपने संस्कार, संस्कृति अपने बच्चों को देते हैं तो यही हमारी सबसे बड़ी सफलता होगी. इसलिए गांधी जी के रास्ते पर अपने बच्चों को चलाइये. उन्होंने कहा कि मैंने बहुत यात्राएं की हैं लेकिन दांडी यात्रा के मार्ग पर चलना मेरा सबसे बड़ा सौभाग्य है.
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल का ट्वीट:
नवागाम ग्राम पंचायत में छात्र -छात्राओं ने गांधी जी पर आधारित कई रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए, श्री पटेल ने बच्चों की हौंसलाफ़ज़ाई की और उनके द्वारा दी गईं प्रस्तुतियों को सराहा. आपको जानकारी दे दें कि केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद सिंह और सभी पदयात्री रात को नवागाम में ही विश्राम करेंगें और सुबह फिर से दांडी यात्रा के लिए निकलेंगें.